हिसार के कार्यकर्ताओं ने सोमवार को शहर में जगह-जगह लगे ‘अवैध’ होर्डिंग्स और फ्लेक्स बैनरों के विरोध में प्रदर्शन किया। उन्होंने शहर में लगे ‘अनधिकृत’ होर्डिंग्स के संबंध में राज्य के अधिकारियों को शिकायत दर्ज कराई और भाजपा के कई होर्डिंग्स की तस्वीरें भी संलग्न कीं, जिनमें से कई में प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बडोली, हिसार के मेयर प्रवीण पोपली और अन्य भाजपा नेताओं को जीएसटी में कटौती के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा करते हुए दिखाया गया था।
कार्यकर्ताओं ने इन विज्ञापनों पर आपत्ति जताई और प्रशासन पर दोहरे मापदंड अपनाने का आरोप लगाते हुए नारेबाजी की। शिकायतकर्ता कार्यकर्ताओं में से एक राजीव सरदाना ने आरोप लगाया कि उन्होंने मेयर को जीएसटी कटौती पर उनके साथ खुली बहस करने की चुनौती दी थी।
उन्होंने छोटे-छोटे पोस्टर भी चिपकाए जिन पर नारे लिखे थे कि रेहड़ी-पटरी वालों के साथ अन्याय, “एक देश, दो कानून बर्दाश्त नहीं किया जाएगा”, “मेयर साहब की होर्डिंग, सड़कों पर अन्याय” आदि।
कार्यकर्ताओं ने बताया कि साधारण दुकानदारों, रेहड़ी-पटरी वालों और छोटे व्यापारियों को अक्सर मामूली उल्लंघनों के लिए कड़ी कार्रवाई का सामना करना पड़ता है, जबकि राजनीतिक संरक्षण प्राप्त अवैध होर्डिंग्स पर कोई ध्यान नहीं दिया जाता है। उन्होंने इसे घोर अन्याय बताया।
प्रदर्शनकारियों ने हिसार नगर परिषद के महापौर प्रवीण पोपली को जीएसटी वर्गीकरण में कथित अनियमितताओं पर सार्वजनिक बहस की चुनौती भी दी। उन्होंने कहा कि महापौर को अपना पक्ष खुलकर रखना चाहिए। सरदाना ने कहा, “अगर वह जीएसटी कटौती पर बहस से बचते हैं, तो इसे नागरिकों को गुमराह करने के लिए किया गया दुष्प्रचार माना जाएगा।” उन्होंने आगे कहा कि महापौर नगर निगम के प्रतिनिधि से ज़्यादा एक पार्टी पदाधिकारी की तरह काम कर रहे हैं।