हिसार, 5 जून इस लोकसभा चुनाव के नतीजे हरियाणा में क्षेत्रीय दलों के लिए विनाशकारी साबित हुए हैं। दो प्रमुख क्षेत्रीय दलों ने न केवल अपनी जमानत जब्त कर ली है, बल्कि राज्य के चुनावी इतिहास में अब तक का सबसे खराब प्रदर्शन भी किया है।
इंडियन नेशनल लोकदल (आईएनएलडी) को सिर्फ़ 1.74 प्रतिशत वोट मिले (जो अब तक का सबसे कम है)। जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) को सिर्फ़ 0.88 प्रतिशत वोट मिले और वह आईएनएलडी से पीछे रह गई। जेजेपी पिछले साढ़े चार साल से हरियाणा में बीजेपी के साथ गठबंधन में थी और चुनाव से ठीक पहले दोनों पार्टियों ने अपने रास्ते अलग कर लिए।
इस लोकसभा चुनाव में हरियाणा में इनेलो ने सात उम्मीदवार उतारे थे जबकि जेजेपी ने सभी 10 लोकसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे। सिरसा (आरक्षित) सीट से इनेलो उम्मीदवार संदीप लोट वाल्मीकि को इनेलो उम्मीदवारों में सबसे ज्यादा 92,453 वोट मिले। सिरसा इनेलो का गढ़ है क्योंकि यह चौटाला का पैतृक जिला है।