नई दिल्ली, 4 अप्रैल । कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला द्वारा भाजपा सांसद हेमा मालिनी पर अपमानजनक टिप्पणी करने के मामले में अब सियासत तेज हो गई है। लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान भाजपा के नेता मंच से इसको लेकर लगातार सुरजेवाला पर हमला बोल रहे है। भाजपा, कांग्रेस को महिला विरोधी भी बता रही है।
सुरजेवाला के बयान पर अब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि यह राधे रानी की भूमि है, अगर आधी आबादी का अपमान करोगे तो आधी आबादी ही नहीं, बल्कि पूरा भारत वर्ष ऐसा सबक सिखाएगा कि आगे से राजनीति करने लायक बच नहीं पाओगे।
दरअसल, हेमा मालिनी पर रणदीप सुरजेवाला के विवादित बयान से पहले हिमाचल प्रदेश की मंडी लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत को लेकर भी कांग्रेस नेताओं ने अमर्यादित टिप्पणी की थी।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने मथुरा में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि जनता जनार्दन की अदालत में लोकतंत्र के इस पवित्र पर्व में हर राजनीतिक दल का प्रत्याशी अपना भाग्य आजमाने के लिए यहां पर आएगा। सबसे विचित्र बात यह है कि तीसरी बार जब हेमा मालिनी यहां से प्रत्याशी बनी हैं, तो किसी अन्य दल को प्रत्याशी ढूंढकर भी नहीं मिल रहा है, उधार में प्रत्याशी ला रहे हैं, इतना ही नहीं इनको उधार में भी प्रत्याशी नहीं मिल पा रहे हैं। ऐसे में कांग्रेस के नेता अपना आपा खो चुके हैं।
उन्होंने आगे जिक्र किया, “अब भारत के मातृशक्ति के प्रति अपमानजनक टिप्पणी करके आधी आबादी का अपमान करने पर उतारू हो चुके हैं। लेकिन, कांग्रेस और उनके गठबंधन के लोगों को इस बात की जानकारी होनी चाहिए कि यह राधे-रानी की भूमि है, यमुना मैया की कृपा इस भूमि पर है। अगर आधी आबादी का अपमान करोगे, तो आधी आबादी ही नहीं, बल्कि पूरा भारत वर्ष इनको ऐसा सबक सिखाएगा कि आगे से राजनीति करने लायक बच नहीं पाओगे।”
वहीं, विवाद बढ़ने के बाद अब कांग्रेस नेता सुरजेवाला ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पूरे मामले में अपनी सफाई दी। उन्होंने एक्स पर लिखा, ”भाजपा की आईटी सेल को काट-छांट, तोड़-मरोड़, फर्जी-झूठी बातें फैलाने की आदत बन गई है, ताकि वो हर रोज मोदी सरकार की युवा विरोधी, किसान विरोधी, गरीब विरोधी नीतियों-विफलताओं व भारत के संविधान को खत्म करने की साजिश से देश का ध्यान भटका सके। पूरा वीडियो सुनिए – मैंने कहा “हम तो हेमा मालिनी का भी बहुत सम्मान करते हैं, क्योंकि, वो धर्मेंद्र से ब्याह रखी हैं, बहू हैं हमारी।”
सुरजेवाला ने आगे लिखा, ”मेरा बयान केवल इतना था कि सार्वजनिक जीवन में सभी की जनता के प्रति जवाबदेही तय होनी चाहिए, चाहे वो नायब सैनी हों, या खट्टर या मैं ख़ुद। सब अपने काम के दम पर बनते-बिगड़ते हैं, जनता सर्वोपरि है, और चुनाव में उसे अपने विवेक का इस्तेमाल करके चुनाव करना होता है। न तो मेरी मंशा हेमा मालिनी के अपमान की थी और न ही किसी को आहत करने की। इसीलिए मैंने साफ कहा कि हम हेमा मालिनी का सम्मान करते हैं और वो हमारी बहू हैं। भाजपा खुद महिला-विरोधी है, इसीलिए वो हर कुछ महिला-विरोध के चश्मे से देखती-समझती है, और अपनी सहूलियत के अनुसार झूठ फैलाती है!”