राज्य के युवाओं को पुलिस, सशस्त्र बलों और सीएपीएफ में रोजगार के लिए सक्षम बनाने के उद्देश्य से, पंजाब सरकार ने सीमावर्ती जिले पठानकोट में पंजाब युवाओं के प्रशिक्षण और रोजगार के लिए एक नया केंद्र (सी-पीवाईटीई) शिविर स्थापित करने को मंजूरी दे दी है।
यह निर्णय रोजगार सृजन एवं प्रशिक्षण केंद्र की कार्यकारी बोर्ड की बैठक में लिया गया, जिसकी अध्यक्षता रोजगार सृजन, कौशल विकास एवं प्रशिक्षण मंत्री पंजाब श्री अमन अरोड़ा ने की।
वर्तमान में, पंजाब में राज्य भर में 14 सी-पीवाईटीई शिविर हैं और पठानकोट जिले के तंगो शाह में एक नया शिविर स्थापित किया जाएगा और इसके लिए 5.5 एकड़ भूमि की भी पहचान कर ली गई है।
उन्होंने कहा कि इन सी-पाइट शिविरों में 2,57,595 युवाओं को पूर्णतः निःशुल्क प्रशिक्षण दिया गया है तथा अब तक 1,14,861 युवाओं को रोजगार मिला है।
कार्यकारी बोर्ड ने सी-पीवाईटीई के पाठ्यक्रम में राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) प्रमाणित सुरक्षा गार्ड प्रशिक्षण को शामिल करने को भी मंजूरी दे दी है। यह प्रशिक्षण एक प्रशिक्षण साझेदार के माध्यम से दिया जाएगा और सी-पीवाईटीई योग्य युवाओं की नियुक्ति के लिए पेस्को के साथ गठजोड़ किया जाएगा।
बैठक में लिए गए एक अन्य महत्वपूर्ण निर्णय पर प्रकाश डालते हुए अमन अरोड़ा ने कहा कि युवाओं को रोजगार उपलब्ध करवाने के लिए सी-पाइट कैंपों में व्यक्तित्व विकास और सॉफ्ट स्किल्स के लिए औपचारिक कोचिंग भी शुरू की जाएगी।
इस कदम से युवाओं में निष्ठा, आत्मविश्वास, अनुशासन और एकाग्रता विकसित करने में मदद मिलेगी, साथ ही उन्हें बेहतर नागरिक बनने और नशीली दवाओं के खतरे से लड़ने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
प्रमुख सचिव रोजगार सृजन, कौशल विकास एवं प्रशिक्षण जसप्रीत तलवार ने कैबिनेट मंत्री को बताया कि सी-पाइट कैंप युवाओं में अनुशासन, सामाजिक सरोकार और राष्ट्र निर्माण जैसे मूल्यों को स्थापित करने के अलावा उन्हें सशस्त्र बलों, पुलिस, अर्धसैनिक बलों और अन्य उद्योगों में रोजगार पाने के लिए प्रशिक्षण देने के लिए अथक प्रयास कर रहे हैं।
सी-पाइटी के महानिदेशक मेजर जनरल रामबीर सिंह मान ने कहा कि इन फैसलों से पंजाब के युवाओं के प्रशिक्षण और उसके बाद रोजगार पर बहुत सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। बैठक में अन्य विभागों के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।