पलवल : अप्रैल से दिसंबर 2022 के बीच दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम (डीएचबीवीएन) के पलवल सर्कल में बिजली चोरी के मामलों में 15 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।
चोरी के मामलों में लगाया गया 17.32 करोड़ रुपये का जुर्माना पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में लगभग 40.12 प्रतिशत अधिक है।
डीएचबीवीएन द्वारा संकलित विवरण के अनुसार, 1 अप्रैल से 31 दिसंबर, 2022 के बीच बिजली चोरी के कुल 5,376 मामले दर्ज किए गए थे, और 2021-22 की इसी अवधि में 4,687 मामले दर्ज किए गए थे, 689 मामलों की वृद्धि हुई थी।
हालांकि, विभाग के अनुसार, 12 महीने की अवधि (अप्रैल 2021 और मार्च 2022 के बीच) में चोरी के मामलों की कुल संख्या बढ़कर 8,189 हो गई। 2021-22 में लगाया गया कुल जुर्माना और वसूली क्रमशः 20.81 करोड़ रुपये और 7.22 करोड़ रुपये थी।
पलवल सर्कल में तीन मंडल शामिल हैं, अर्थात् पलवल, होडल और नूंह। अधिकारियों के अनुसार, 2022 में कुल 46.83 प्रतिशत बिजली चोरी के मामले नूंह संभाग में दर्ज किए गए थे। नूंह डिवीजन में इस अवधि में कुल 5,376 मामलों में से 2,518 मामले दर्ज किए गए, जिससे 7.93 करोड़ रुपये का जुर्माना और 1.96 करोड़ रुपये की वसूली हुई।
पलवल और होडल में 2022 के नौ महीनों में क्रमशः 1,474 और 1,384 मामले दर्ज किए गए। पलवल और होडल संभाग में रिकवरी स्तर क्रमशः 3.74 करोड़ रुपये और 1.74 करोड़ रुपये की राशि के साथ नूंह से बेहतर रहा है।
डीएचबीवीएन, पलवल सर्कल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि विभाग बिजली चोरी को रोकने और जुर्माना वसूलने के लिए ओवरटाइम काम कर रहा है।