हिमाचल प्रदेश में शिक्षा विभाग ने कम नामांकन के कारण 21 कॉलेजों और 100 वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों को बंद करने का निर्णय लिया है।
विभाग ने हाई स्कूल तक शून्य या कम नामांकन वाले 1,094 स्कूलों को पहले ही विलय कर दिया है या बंद कर दिया है। शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने कहा, “हमने अब 21 कॉलेजों और 100 वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों की पहचान की है, जिनमें कम नामांकन है। हम इन संस्थानों को बंद करने या विलय करने का प्रस्ताव कैबिनेट में ले जाएंगे।”
मंत्री ने कहा कि 100 से कम छात्रों वाले कॉलेज बंद कर दिए जाएंगे। ठाकुर ने कहा, “इन कॉलेजों के बंद होने से करीब 700 छात्र प्रभावित होंगे।” वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों के मामले में न्यूनतम सीमा 25 छात्रों पर तय की गई है। मंत्री ने कहा, “कक्षा VI से कक्षा XII तक सात कक्षाओं में 25 से कम छात्रों वाले वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय बंद कर दिए जाएंगे। इसके अलावा, कक्षा XI और कक्षा XII में छात्रों की संख्या दोहरे अंकों में होनी चाहिए, अन्यथा स्कूल बंद कर दिए जाएंगे।” उन्होंने कहा कि आदिवासी क्षेत्रों में स्थित स्कूलों को कुछ छूट दी जाएगी।
ठाकुर ने कहा, “अगर हमें छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करनी है, तो हमें अपने संसाधनों को समेकित करना होगा। हाल ही में जारी एएसईआर रिपोर्ट में हमारे छात्रों का अच्छा प्रदर्शन हमारे निर्णयों को सही साबित करता है।”
कम नामांकन वाले स्कूलों को बंद करने के अलावा सरकार द्वारा लिया गया दूसरा बड़ा फैसला शैक्षणिक सत्र के बीच में शिक्षकों के तबादलों पर रोक लगाना है। ठाकुर ने कहा, “हम 1 से 15 अप्रैल तक सिर्फ़ 15 दिनों के लिए तबादला विंडो खोलेंगे। इस अवधि के दौरान भी केवल ज़रूरत के हिसाब से ही तबादले किए जाएँगे।”
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