May 23, 2025
Haryana

बारिश के आसार, यमुनानगर और जगाधरी में नालों की सफाई शुरू

Chances of rain, cleaning of drains started in Yamunanagar and Jagadhri

यमुनानगर, 15 जून नगर निगम यमुनानगर-जगाधरी (एमसीवाईजे) ने आगामी बरसात के मौसम को देखते हुए नालों की सफाई का काम शुरू कर दिया है। एमसीवाईजे ने नालों की सफाई का पहला चरण 30 जून तक पूरा करने की योजना बनाई है। एमसीवाईजे के अधिकार क्षेत्र में आने वाले क्षेत्र में 32 छोटे-बड़े नाले हैं और इन नालों की लंबाई लगभग 84 किलोमीटर है।

सफाई का पहला चरण 30 जून तक पूरा हो जाएगा नगर निगम, यमुनानगर-जगाधरी (एमसीवाईजे) ने नालों की सफाई का पहला चरण 30 जून तक पूरा करने की योजना बनाई है। एमसीवाईजे के अधिकार क्षेत्र में आने वाले क्षेत्र में 32 छोटे-बड़े नाले हैं और इन नालों की लंबाई लगभग 84 किलोमीटर है बड़े नालों की सफाई अर्थमूविंग मशीनों से की जा रही है तथा अन्य नालों की सफाई मजदूरों द्वारा की जा रही है

इसके अलावा बरसात के मौसम में जुड़वा शहरों के निचले इलाकों से जमा पानी को निकालने के लिए पंप लगाए जाएंगे, ताकि कहीं भी जलभराव की समस्या न हो।

एमसीवाईजे के नगर आयुक्त आयुष सिन्हा ने कहा, “नालियों की सफाई के लिए टेंडर प्रक्रिया आदर्श आचार संहिता के दौरान विशेष अनुमति लेकर पूरी की गई थी, ताकि निवासियों को बरसात के मौसम में किसी भी समस्या का सामना न करना पड़े।”

जानकारी के अनुसार नालों की सफाई का कार्य नगर निगम ने एक एजेंसी को 64.53 लाख रुपये में आवंटित किया था। पूरे एमसीवाईजे क्षेत्र को दो जोन में विभाजित करके नालियों की सफाई की जा रही है – जोन-I में वार्ड 1 से 11 तक और जोन-II में वार्ड 12 से 22 तक शामिल हैं।

सिन्हा ने कहा, “नालों की सफाई का काम हाल ही में एक एजेंसी द्वारा शुरू किया गया है, जिसकी जिम्मेदारी नालों के किनारों से गाद उठाने और घास साफ करने की भी है।”

जानकारी के अनुसार जोन-1 में मुख्य सफाई निरीक्षक हरजीत सिंह तथा जोन-2 में सुनील दत्त के मार्गदर्शन में सभी सफाई निरीक्षक नालों की सफाई कार्य की निगरानी कर रहे थे। बड़े नालों की सफाई अर्थमूविंग मशीनों द्वारा की जा रही है तथा अन्य नालों की सफाई श्रमिकों द्वारा की जा रही है।

मुख्य नाला जगाधरी से शुरू होकर सेक्टर 17, प्रोफेसर कॉलोनी, मॉडल टाउन, टैगोर गार्डन, लाजपत नगर और कई अन्य कॉलोनियों से होकर पश्चिमी यमुना नहर के किनारे स्थित सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट में गिरता है।

आयुष सिन्हा ने आगे कहा कि एमसीवाईजे यह सुनिश्चित करने का प्रयास कर रहा है कि बरसात के मौसम में रिहायशी इलाकों में पानी जमा न हो। “निचले इलाकों में जमा पानी को पंपों के ज़रिए निकाला जाएगा। ये व्यवस्थाएँ की गई हैं। हमने ऐसे इलाकों की पहचान की है, जिनमें बूड़िया टाउन में खारवान रोड, मॉडल टाउन (यमुनानगर) में एफसीआई गोदाम के पास, जगाधरी में मटका चौक के पास और कई अन्य इलाके शामिल हैं,” सिन्हा ने कहा।

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