नई दिल्ली, 9 जुलाई । दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने अंतरराष्ट्रीय किडनी ट्रांसप्लांट रैकेट का पर्दाफाश किया है। क्राइम ब्रांच ने डॉक्टर समेत सात लोगों को गिरफ्तार किया है। दिल्ली पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि इस रैकेट के तार दिल्ली से लेकर बांग्लादेश तक जुड़े हैं।
जानकारी के अनुसार, जिन सात लोगों को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया है, उनमें 50 साल की एक नामी डॉक्टर भी शामिल हैं। आरोपी डॉक्टर चेन्नई से तालुक रखती है, वह दिल्ली में रहकर ही इस अंतरराष्ट्रीय रैकेट से जुड़ी हुई थी। इसके अलावा उनके तीन अन्य साथियों को भी गिरफ्तार किया है, जिसमें एक ट्रांसलेटर भी शामिल है।
डीसीपी अमित गोयल ने बताया कि किडनी ट्रांसप्लांट का ये अंतरराष्ट्रीय रैकेट था, जिसका भंडाफोड़ करते हुए मास्टरमाइंड को गिरफ्तार किया गया है। इसके अलावा बांग्लादेश के तीन नागरिकों की गिरफ्तारी हुई है। ये लोग बांग्लादेश से ही किडनी के मरीज और डोनर को यहां लाते थे। वही मरीज और डोनर का सब कुछ देखते थे। इस रैकेट में शामिल एक डॉक्टर, एक ट्रांसलेटर और डॉक्टर के दो स्टाफ मेंबर समेत सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है। बताया गया है कि महिला डॉक्टर 15-16 किडनी ट्रांसप्लांट करवा चुकी हैं।
डीसीपी के अनुसार, रैकेट चलाने वाला गिरोह बांग्लादेश के क्लीनिकों में ही मरीज की पहचान करते थे और किडनी ट्रांसप्लांट के लिए गरीबों से संपर्क करते थे। इसके बाद वह गरीबों को नौकरी और पैसों का झांसा देकर भारत लाते थे और यहां वह उनकी किडनी का ट्रांसप्लांट कराते थे।
डीसीपी अमित गोयल ने बताया कि दिल्ली-एनसीआर के दो बड़े नामी अस्पताल भी शक के दायरे में हैं। वह 20 से 30 लाख रुपये किडनी ट्रांसप्लांट करने के लेते थे। किडनी ट्रांसप्लांट रैकेट साल 2019 से चल रहा था। फिलहाल दिल्ली पुलिस मामले में पूछताछ कर रही है।
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