पटना, बिहार के सुल्तानगंज से गंगा जल उठाकर बाबा बैद्यनाथ धाम जाने वाले कांवड़ियों को रास्ते में उपलब्ध कराई गई सुविधाओं की जानकारी अब मोबाइल एप से मिलेगी। बिहार सरकार ने कावड़ियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए ‘कांवड़ यात्रा 2022’ के नाम से खास मोबाइल एप लॉन्च किया है। इस एप पर कावड़ियों को सभी सूचनाएं मिलती रहेंगी। कावड़िये इस एप से अपने खानपान से लेकर शौचालय के तक के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं।
दो साल के बाद इस बार श्रावणी मेला आयोजित हो रहा है, जिससे इस बार बड़ी तादाद में श्रद्धालुओं के बाबा वैद्यनाथ धाम का दर्शन-पूजन करने के लिए पहुंचने की संभावना है।
एक अधिकारी ने बताया कि पर्यटन विभाग द्वारा ‘श्रावणी मेला 2022’ के मौके पर कावड़ियों को बेहतर सुविधा एवं सहयोग प्रदान करने के लिए पर्यटन मंत्री नारायण प्रसाद ने बुधवार को मोबाइल एप लॉन्च किया। इस मौके पर विभाग के सचिव संतोष मल्ल एवं अपर सचिव कंवल तनुज उपस्थित रहे।
पर्यटन विभाग के अनुसार, मोबाइल एप में कांवड़िया सर्किट के अंतर्गत आने वाले जिले बांका, मुंगेर और भागलपुर की सूचनाएं संकलित की गई हैं।
श्रद्धालु बाबा धाम कैसे पहुंचे, श्रावणी मेले का इतिहास, कंट्रोल रूम में उपलब्ध सुविधाएं, आवास के लिए धर्मशाला, गेस्ट हाउस की उपलब्धता, पुलिस शिविर, स्वास्थ्य शिविर, शौचालय एवं स्नानागार, पेयजल सुविधा, गैलरी व सांस्कृतिक कार्यक्रम आदि से जुड़ी सारी अपडेट जानकारी मोबाइल एप पर मिल जाएगी।
इसके अलावा जिला नियंत्रण कक्ष, पुलिस नियंत्रण कक्ष, अस्पताल, बस स्टैंड, फायर स्टेशन, यातायात, रेलवे स्टेशन, आपदा, एंबुलेंस, पाकिर्ंग आदि से जुड़ी जानकारी भी मोबाइल एप से मिलेगी।
सुल्तानगंज कांवड़िया पथ पर कोरोना जांच और टीकाकरण की भी व्यवस्था की गई है।
उल्लेखनीय है कि देवघर जाने वाले श्रद्धालु भागलपुर जिले के सुल्?तानगंज से दक्षिणीवाहिनी गंगा से गंगाजल लेकर देवघर स्थित बाबा धाम तक कांवड़ लिए पैदल आते हैं। जिसके बाद वे मंदिर पहुंचकर भगवान शिव पर जलार्पण करते हैं।
कांवड़ यात्रा 14 जुलाई से प्रारंभ हो रही है जो करीब एक महीने चलेगी।
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