October 4, 2024
Punjab

मुख्यमंत्री ने सरकारी स्कूलों में पंजाबी अध्यापकों के सभी रिक्त पद भरने की घोषणा की

राज्य में पंजाबी भाषा को और अधिक बढ़ावा देने के लिए पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने गुरुवार को राज्य भर के सरकारी स्कूलों में पंजाबी अध्यापकों के सभी रिक्त पदों को प्राथमिकता के आधार पर भरने की घोषणा की।

आज यहां शिक्षक दिवस के अवसर पर आयोजित राज्य स्तरीय समारोह के दौरान उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाबी भाषा को और अधिक प्रोत्साहित करना समय की मांग है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रत्येक पंजाबी की मातृभाषा को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है और इसके लिए कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। भगवंत सिंह मान ने विद्यार्थियों को पंजाबी भाषा को अच्छी तरह बोलने और लिखने के लिए प्रेरित किया ताकि वे अपनी गौरवशाली विरासत से परिचित रहें।

मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा विभाग में बड़ी संख्या में पद खाली पड़े हैं, जिसके कारण पढ़ाई प्रभावित हो रही है। उन्होंने कहा कि पंजाब को शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी राज्य बनाने की राज्य सरकार की प्रतिबद्धता के अनुरूप, राज्य सरकार ने शिक्षा क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए पहले ही महत्वपूर्ण पहल की है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि आने वाले दिनों में कैंपस मैनेजर, सेनेटरी वर्कर, चौकीदार और अन्य पदों पर बड़ी संख्या में भर्ती की जाएगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब के इतिहास में पहली बार राज्य भर के सरकारी स्कूलों में मेगा पैरेंट टीचर मीटिंग का आयोजन किया गया। उन्होंने कहा कि इस मेगा पीटीएम में 20 लाख अभिभावकों ने हिस्सा लिया। उन्होंने कहा कि मेगा पीटीएम के आयोजन से विद्यार्थियों को बहुत लाभ होगा। भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह पहल विद्यार्थियों को आने वाले समय के लिए बेहतर तैयार करने में मदद करेगी।

शिक्षकों से भावनात्मक रूप से जुड़ते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हर शिक्षक की समस्या का समाधान किया जाएगा जिसके लिए राज्य सरकार पहले से ही हर संभव प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि वह शिक्षक समुदाय के सामने आने वाली सभी समस्याओं का समाधान करने के लिए मौजूद हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि एक शिक्षक के बेटे होने के नाते वह शिक्षकों की समस्याओं को अच्छी तरह जानते हैं और उन्होंने कहा कि उनका कर्तव्य है कि वह सभी समस्याओं का समाधान करें। उन्होंने कहा कि राज्य का खजाना लोगों का है और इसका एक-एक पैसा समाज के हर वर्ग की भलाई के लिए विवेकपूर्ण तरीके से इस्तेमाल किया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार पंजाब में शिक्षा प्रणाली के पूर्ण कायाकल्प पर विशेष जोर दे रही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार नियमित रूप से स्कूल प्रिंसिपलों/शिक्षकों के बैचों को देश-विदेश के प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थानों में भेज रही है ताकि उनकी विशेषज्ञता में सुधार हो सके। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि शिक्षक शिक्षा क्षेत्र में दुनिया भर में प्रचलित उन्नत प्रथाओं के बारे में सीख सकें।

मुख्यमंत्री ने कहा कि विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए स्कूलों को नवीनतम तकनीक से सुसज्जित किया गया है। उन्होंने कहा कि स्कूलों के उत्कृष्ट प्रदर्शन ने राज्य के लोगों की किस्मत बदल दी है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि परिणाम सबके सामने हैं, क्योंकि सरकारी स्कूलों के 158 विद्यार्थियों ने पहली बार प्रतिष्ठित जेईई परीक्षा पास की है। उन्होंने कहा कि यह तो बस शुरुआत है, आने वाले दिनों में ऐसे और भी परिणाम देखने को मिलेंगे, जिसके लिए उनकी सरकार कड़ी मेहनत कर रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह देखकर खुशी हो रही है कि अपेक्षित परिणाम सामने आ रहे हैं और युवा राज्य की सामाजिक-आर्थिक प्रगति में सक्रिय भागीदार बन रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह रिकॉर्ड में दर्ज है कि राज्य के शैक्षणिक संस्थानों में युवाओं द्वारा दाखिले में भारी वृद्धि देखी जा रही है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य सरकार की जन-हितैषी नीतियों के कारण राज्य में युवाओं के विदेश जाने का रुझान उलटा देखा जा रहा है। इस पवित्र अवसर पर शिक्षकों को बधाई देते हुए उन्होंने कहा कि शिक्षक दिवस उनके लिए बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि वह शिक्षक समुदाय का बहुत सम्मान करते हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि माता-पिता के बाद अध्यापक विद्यार्थियों को महत्वपूर्ण मार्गदर्शन देकर उनके भाग्य को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि अध्यापकों द्वारा निभाई गई प्रमुख भूमिका के कारण ही उन्हें ‘राष्ट्र के निर्माता’ के रूप में जाना जाता है। उन्होंने उम्मीद जताई कि अध्यापक विद्यार्थियों की सेवा मिशनरी उत्साह के साथ करते रहेंगे ताकि पंजाब देश का अग्रणी राज्य बन सके।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने उत्कृष्ट सेवाओं के लिए 77 शिक्षकों को सम्मानित भी किया।

Leave feedback about this

  • Service