राज्य सरकार आदिवासी जिले लाहौल-स्पीति में लघु बचत की पहल को आगे बढ़ाने और ग्रामीण समुदायों को इससे जोड़ने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रही है। यह बात हिमाचल प्रदेश के राष्ट्रीय बचत राज्य सलाहकार बोर्ड के उपाध्यक्ष प्रकाश चंद कराड ने कल लाहौल-स्पीति के उदयपुर में आयोजित एक दिवसीय जागरूकता शिविर के दौरान कही।
कराड ने राज्य भर में राष्ट्रीय बचत आंदोलन को फैलाने और आम जनता को बचत की आदत अपनाने के लिए प्रोत्साहित करने के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि लोगों में बचत की मानसिकता पैदा करना राज्य और राष्ट्र के विकास में योगदान देने के लिए महत्वपूर्ण है।
इन पहलों को प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए सरकार का लक्ष्य जमीनी स्तर पर जागरूकता बढ़ाना और अधिक से अधिक लोगों को छोटी बचत योजनाओं से जोड़ना है। मुख्यमंत्री के नेतृत्व में इस दिशा में कई ठोस कदम उठाए जा रहे हैं।
उन्होंने यह भी बताया कि महिला एजेंटों को 4 प्रतिशत कमीशन मिलता है जबकि पुरुष एजेंटों को 1 प्रतिशत। महिलाओं की भागीदारी को और बढ़ाने के लिए, वह राज्य सरकार को कमीशन में वृद्धि का प्रस्ताव देने की योजना बना रहे हैं।
कराड ने जोर देकर कहा कि लाहौल-स्पीति में महिलाओं की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के लिए उपमंडल और जिला स्तर पर महिलाओं द्वारा बनाए गए उत्पादों की बिक्री के लिए छोटी बचत दुकानें स्थापित की जाएंगी। इसके अलावा, जिले में बचत भवन और गेस्ट हाउस बनाने के लिए जमीन की पहचान करने का प्रयास किया जाएगा।
केलोंग और स्पीति उप-मंडलों में निवासियों को लघु बचत योजनाओं के बारे में शिक्षित करने के लिए जागरूकता शिविर भी आयोजित किए जाएंगे।
उदयपुर के एसडीएम केशव राम और उदयपुर डाकघर के पोस्टमास्टर ने उपलब्ध बचत योजनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी। कार्यक्रम में स्थानीय प्रतिनिधियों और छोटी बचत पहलों से जुड़े एजेंटों ने भी हिस्सा लिया।
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