प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज नालागढ़ तहसील के प्लासरा औद्योगिक क्षेत्र में भारत की पहली सक्रिय दवा घटक (एपीआई) किण्वन इकाई, किनवन प्राइवेट लिमिटेड का वर्चुअल माध्यम से उद्घाटन किया।
860 करोड़ रुपये के निवेश से स्थापित यह इकाई कई एंटीबायोटिक दवाओं के उत्पादन में इस्तेमाल होने वाले एक प्रमुख एपीआई का निर्माण करती है। यह घरेलू बाजार की लगभग 60 प्रतिशत मांग को पूरा करेगी। भारत इस एपीआई के लिए चीन और कोरिया जैसे अन्य देशों पर बहुत अधिक निर्भर है।
यह इकाई सालाना 400 टन पोटेशियम क्लावुलैनेट एपीआई का उत्पादन करेगी। इसकी घरेलू मांग सालाना 700 टन आंकी गई है। यह इकाई केंद्र द्वारा वित्तपोषित उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना के तहत स्थापित की जा रही है।
यह योजना 2021 में देश में महत्वपूर्ण प्रमुख प्रारंभिक सामग्रियों (केएसएम)/दवा मध्यवर्ती और एपीआई के घरेलू विनिर्माण को बढ़ावा देने के लिए शुरू की गई थी।
70 एकड़ में फैले इस प्लांट में 250 किलो लीटर की क्षमता वाले आठ किण्वक होंगे। यह नालागढ़ तहसील में नव स्थापित प्लासरा औद्योगिक क्षेत्र के प्लॉट नंबर 1 में स्थापित किया गया है।
अब तक 45 प्रतिशत उत्पादकता हासिल कर चुका यह प्लांट राज्य के साथ-साथ गुजरात और उत्तराखंड की दवा इकाइयों को भी अपनी सेवाएँ देता है। प्रबंधन को उम्मीद है कि अगले साल तक वह अधिकतम उत्पादकता हासिल कर लेगा जो देश के थोक दवा उद्योग में एक बड़ी उपलब्धि होगी।
प्रधानमंत्री द्वारा उद्घाटन समारोह के लिए आयोजित समारोह में हिमाचल प्रदेश के उद्योग, संसदीय कार्य तथा श्रम एवं रोजगार मंत्री हर्षवर्धन चौहान मुख्य अतिथि थे।
चौहान ने प्रधानमंत्री से आयुष्मान योजना की सब्सिडी को मौजूदा 25 करोड़ रुपये से बढ़ाने का आग्रह किया, क्योंकि राज्य को इस योजना पर सालाना 75 करोड़ रुपये से 100 करोड़ रुपये तक का खर्च आता है।
उद्योग मंत्री ने कहा, “यह इकाई आर्थिक क्षेत्र को मजबूत करने में मील का पत्थर साबित होगी। इससे करीब 1000 युवाओं को रोजगार मिलेगा और इसे 860 करोड़ रुपये की लागत से स्थापित किया गया है।”
उन्होंने कहा कि बद्दी-बरोटीवाला-नालागढ़ में स्थापित उद्योग देश में दवाइयों के उत्पादन में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं।
उद्योग मंत्री ने कहा कि आज प्रधानमंत्री ने 70 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को आयुष्मान योजना से जोड़ा है। इससे प्रदेश के वरिष्ठ नागरिकों को भी लाभ मिलेगा।
उन्होंने कहा कि आयुष्मान योजना के तहत राज्य सरकार को केंद्र सरकार से 45 करोड़ रुपये की राशि प्राप्त हुई है, जबकि योजना के तहत मरीजों के इलाज पर 100 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। उन्होंने इस अवसर पर उपस्थित सांसदों से आयुष्मान योजना के तहत केंद्र सरकार से मिलने वाले अनुदान का प्रतिशत बढ़ाने का आग्रह किया।
इस अवसर पर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष राजीव बिंदल ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
इस अवसर पर शिमला संसदीय क्षेत्र के सांसद सुरेश कश्यप, राज्यसभा सांसद हर्ष महाजन, नालागढ़ विधानसभा क्षेत्र के विधायक हरदीप सिंह बावा, पूर्व विधायक केएल ठाकुर, किनवन प्राइवेट लिमिटेड के अध्यक्ष एसएस खिलानी, निदेशक देवांग अजमेरा, मुख्य संचालक आरएस गुजराल सहित विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
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