मुख्यमंत्री सुखविन्द्र सिंह सुक्खू ने आज कहा कि राज्य सरकार राज्य में स्वास्थ्य क्षेत्र को मजबूत करने के लिए अत्याधुनिक चिकित्सा उपकरण और मशीनरी खरीदने पर 1,570 करोड़ रुपये खर्च करेगी।
स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए उन्होंने कहा, “हर साल 9.50 लाख मरीज निदान और उपचार के लिए दूसरे राज्यों में जाते हैं, जिसके परिणामस्वरूप प्रति वर्ष सकल घरेलू उत्पाद में 1,350 करोड़ रुपये का नुकसान होता है।” उन्होंने कहा कि सरकारी मेडिकल कॉलेज, हमीरपुर में 300 करोड़ रुपये की लागत से कैंसर केयर सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना की जाएगी, जिसमें साइक्लोट्रॉन मशीन, रेडिएशन और न्यूक्लियर मेडिसिन थेरेपी जैसी अत्याधुनिक सुविधाएं होंगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मेडिकल कॉलेजों को न्यूरोलॉजी, ओन्कोलॉजी और ऑर्थोपैडिक्स में रोबोटिक सर्जरी की सुविधा के साथ अपग्रेड किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आईजीएमसी शिमला और डॉ. राजेंद्र प्रसाद राजकीय मेडिकल कॉलेज टांडा में आधुनिक पीईटी स्कैन और एमआरआई मशीनें लगाने की प्रक्रिया भी चल रही है।
सुखू ने अधिकारियों को राज्य में 69 स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने और इन अस्पतालों में विशेष बिस्तर और नैदानिक क्षमताएं जोड़कर देखभाल के उन्नत स्तर के साथ उन्हें बेहतर बनाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा, “इन स्वास्थ्य सुविधाओं को माध्यमिक देखभाल, आपातकालीन सेवाओं, उपकरण क्षमताओं के अलावा अग्निशमन बुनियादी ढांचे सहित सुरक्षा उपायों की स्थापना और आंतरिक गतिशीलता में सुधार के लिए भी मजबूत किया जाएगा।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी स्वास्थ्य संस्थानों में निदान एवं उपचार सुविधाओं को बढ़ाने के लिए आंतरिक प्रयोगशालाएं स्थापित करने पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
बैठक में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री धनी राम शांडिल, विधायक संजय अवस्थी और अजय सोलंकी तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।
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