ऊना कृषि विभाग ने आज जिले के किसानों के घर-द्वार पर सीधे फसल बीमा पॉलिसी पहुंचाने के लिए ‘मेरी पॉलिसी, मेरे हाथ’ अभियान की शुरुआत की। प्रधानमंत्री मौसम आधारित फसल बीमा योजना के लाभार्थियों के लिए यह अभियान 15 मार्च तक चलेगा।
यह पहल सुनिश्चित करती है कि किसानों को ऑनलाइन पहुंच की आवश्यकता के बिना ही उनकी पॉलिसी दस्तावेज प्राप्त हो जाएं, जिससे फसल खराब होने की स्थिति में मुआवजे के दावों की प्रक्रिया सरल हो जाएगी।
ऊना कृषि विभाग के उपनिदेशक कुलभूषण धीमान ने बताया कि चालू वित्त वर्ष में खरीफ सीजन में 19,177 किसानों ने अपनी मक्की की फसल का बीमा करवाया है, जबकि रबी सीजन में 20,152 किसानों ने अपनी गेहूं की फसल का बीमा करवाया है। इसके अलावा खरीफ सीजन में 1,462 किसानों ने अपनी आलू की फसल का बीमा करवाया है, जबकि रबी सीजन में 1,208 किसानों ने अपनी आलू की फसल का बीमा करवाया है।
धीमान ने इस बात पर जोर दिया कि पहले भी कई किसान फसल बीमा का लाभ उठा चुके हैं, इसलिए अब वे फसल बीमा का विकल्प चुन रहे हैं। पिछले साल ऊना में 1,806 आलू किसानों को कुल 1.6 करोड़ रुपए का मुआवजा मिला था।
उन्होंने यह भी बताया कि किसान स्थानीय लोक मित्र केन्द्रों या बैंक शाखाओं में आसानी से फसल बीमा के लिए पंजीकरण करा सकते हैं, जिसके लिए केवल आधार कार्ड और आईडी जैसे बुनियादी दस्तावेजों की आवश्यकता होगी।
उन्होंने कहा कि एक कनाल भूमि के लिए मात्र 36 रुपये के मामूली प्रीमियम पर किसान महत्वपूर्ण बीमा कवरेज प्राप्त कर सकते हैं।
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