तरनतारन (पंजाब), 11 जुलाई, 2025: बरसात के मौसम की शुरुआत के साथ, स्वास्थ्य विभाग ने दस्त, उल्टी, पेचिश, पीलिया और टाइफाइड सहित जलजनित बीमारियों के बढ़ते खतरों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए एक सार्वजनिक सलाह जारी की है।
विस्तृत जानकारी देते हुए सिविल सर्जन तरनतारन डॉ. गुरप्रीत सिंह राय ने चेतावनी दी कि दूषित पानी, अनुचित खान-पान और अस्वच्छ वातावरण मौसमी बीमारियों में वृद्धि के प्रमुख कारण हैं।
उन्होंने कहा कि इस समय मक्खियां और मच्छर तेजी से पनपते हैं, जिसका मुख्य कारण स्थिर पानी और कचरा जमा होना है। डॉ. राय ने कहा, “लोगों को केवल फ़िल्टर किया हुआ, उबला हुआ और ठंडा पानी ही पीना चाहिए और फास्ट फूड, बासी फल, अधिक तली हुई चीजें और स्ट्रीट फूड खाने से बचना चाहिए।”
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इस मौसम में घर का बना खाना और ताजी हरी सब्जियां सुरक्षित विकल्प हैं।
मच्छरों और मक्खियों की आबादी को नियंत्रित करने के लिए सिविल सर्जन ने निवासियों से आग्रह किया:
- जालीदार दरवाजे और खिड़कियाँ लगवाएँ
- घरों में और आसपास पानी जमा होने से बचें
- फ्रिज ट्रे, फूलों के गमले, कूलर और छत वाले हिस्से को साप्ताहिक रूप से साफ करें
- मच्छरों के लार्वा की वृद्धि को रोकने के लिए खड़े पानी में काले तेल का प्रयोग करें
डॉ. राय ने जनता से अपील की कि वे अनावश्यक रूप से बाहर न निकलें, विशेषकर वर्षा के चरम समय के दौरान, ताकि मौसमी संक्रमणों से बचा जा सके।
यह परामर्श एक निवारक स्वास्थ्य पहल के रूप में कार्य करता है जिसका उद्देश्य रोग के प्रकोप को कम करना तथा संवेदनशील मानसून अवधि के दौरान सामुदायिक स्वच्छता को बढ़ावा देना है।
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