पंचकुला, 17 नवंबर वरिष्ठ चयन ग्रेड, राज्य की ऑनलाइन स्थानांतरण नीति और पदोन्नति जैसे मामलों को लेकर राज्य भर में कार्यरत 1,600 से अधिक सरकारी कॉलेज शिक्षकों ने आज पंचकुला में उच्च शिक्षा विभाग के मुख्यालय पर प्रदर्शन किया। राज्य भर से प्रदर्शनकारी एक खुले मैदान में एकत्र हुए और उच्च शिक्षा विभाग के कार्यालय की ओर मार्च किया। धरना शाम चार बजे तक चला।
यह विरोध प्रदर्शन ऑल हरियाणा गवर्नमेंट कॉलेज टीचर्स एसोसिएशन (एएचजीसीटीए) की ओर से आयोजित किया गया था। एसोसिएशन के सदस्यों ने कहा कि वे वरिष्ठ स्तर के शिक्षकों के चयन के लिए अधिसूचना में साक्षात्कार का खंड जोड़ने और साक्षात्कार प्रदर्शन के नाम पर प्रोफेसरशिप रोकने के विभाग के फैसले के खिलाफ हैं।
एएचजीसीटीए के अध्यक्ष डॉ. अमित चौधरी ने कहा कि सरकार के कॉलेज शिक्षक एमफिल और पीएचडी वेतन वृद्धि, वेतन सुरक्षा, काल्पनिक वेतन वृद्धि और राज्य की ऑनलाइन स्थानांतरण नीति सहित अन्य मांगों को स्वीकार नहीं किए जाने से नाखुश हैं।
एसोसिएशन के प्रवक्ता डॉ. रविशंकर ने कहा कि उच्च शिक्षा विभाग ने अपने सहयोगियों को प्रोफेसरशिप देने में बाधाएं पैदा की हैं। ”विभाग की हठधर्मिता शिक्षकों और छात्रों दोनों के लिए हानिकारक है। अब स्थिति ऐसी है कि शिक्षक अपने कल्याण के लिए विभाग के बजाय न्यायालय की ओर देखने को मजबूर हैं।’
शंकर ने कहा कि शिक्षक अपनी जायज मांगों को पूरा कराने के लिए संघर्ष कर रहे हैं, जबकि मामला सीएम मनोहर लाल खट्टर और उच्च शिक्षा मंत्री मूलचंद शर्मा सहित राज्य के अन्य उच्च अधिकारियों की जानकारी में है।
संघ की महासचिव प्रतिभा चौहान ने कहा कि चयन ग्रेड पुरस्कार, एमफिल और पीएचडी वेतन वृद्धि, और शिक्षकों की अनुमानित वेतन वृद्धि की अधिसूचना लंबित है। सदस्यों ने बताया कि उन्होंने पुरानी पेंशन योजना की बहाली, रिक्तियों को भरने, यूजीसी नियमों में विसंगतियों को दूर करने, समय पर पदोन्नति और यूजीसी दिशानिर्देशों के अनुसार सेवानिवृत्ति की आयु को पैंसठ वर्ष तक बढ़ाने सहित अन्य मांगें उठाई हैं। लंबित।
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