रोहतक, 25 अप्रैल अपने डोर-टू-डोर अभियान के दौरान राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने आज उन बुजुर्गों से मुलाकात की जिनकी पेंशन पीपीपी में विसंगतियों के कारण रोक दी गई थी।
महिलाओं ने भी अपने राशन कार्ड काटे जाने की शिकायत की। “लोगों ने कहा कि पोर्टलों के कारण असुविधा हुई है और वे काम नहीं कर पा रहे हैं क्योंकि या तो वे बंद रहते हैं या सर्वर डाउन रहते हैं। लोग सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगाने को मजबूर हैं.”
उन्होंने कहा कि लोगों की मुख्य समस्या फैमिली आईडी, पीपीपी, गंदे पानी की सप्लाई और निगम में भ्रष्टाचार है। “भाजपा सरकार ने लोगों को पीपीपी, प्रॉपर्टी आईडी और मेरी फसल मेरा ब्योरा जैसे पोर्टलों में फंसाकर कल्याणकारी योजनाओं से वंचित कर दिया है। पीपीपी की आड़ में 8.3 लाख परिवारों के राशन कार्ड हटा दिये गये. करीब 5 लाख लोगों की पेंशन काट दी गई. पीपीपी में कई खामियां हैं. कांग्रेस की सरकार बनी तो हम पोर्टल व्यवस्था खत्म कर देश में सबसे ज्यादा 6,000 रुपये मासिक पेंशन देंगे. राशन कार्ड भी दोबारा बनाए जाएंगे.”
उन्होंने सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि रिकॉर्ड महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार और बढ़ते अपराध से लोग त्रस्त हैं.
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