कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के उस बयान का समर्थन किया है, जिसमें उन्होंने दावा किया है कि रॉबर्ट वाड्रा को झूठे मुकदमे में फंसाया जा रहा है। इमरान मसूद ने कहा कि राजनीतिक द्वेष से की गई कार्रवाई लोकतंत्र के लिए बहुत बुरी बात है।
शुक्रवार को आईएएनएस से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि अगर आप कह रहे हैं कि एक सौदे से चार गुना मुनाफा हुआ, तो सभी सौदों की जांच कीजिए। पता लगाइए कि किसने हजार गुना, पांच सौ गुना, डेढ़ सौ गुना या दो सौ गुना मुनाफा कमाया। अगर सभी सौदों की जांच हो जाए, तो साफ हो जाएगा कि देश में क्या हो रहा है।
दरअसल, कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने रॉबर्ट वाड्रा वाले मामले में सोशल मीडिया पर पोस्ट किया। उन्होंने लिखा, “मेरे जीजाजी को पिछले दस सालों से यह सरकार परेशान कर रही है। यह ताजा आरोपपत्र उसी षड्यंत्र का एक और हिस्सा है। मैं रॉबर्ट, प्रियंका और उनके बच्चों के साथ हूं क्योंकि उन्हें दुर्भावनापूर्ण, राजनीतिक रूप से प्रेरित बदनामी और उत्पीड़न का एक और हमला झेलना पड़ रहा है।”
कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने अमेरिका की ओर से पाकिस्तान समर्थित टीआरएफ को आतंकवादी संगठन घोषित किए जाने पर कहा कि हमारे लिए वे पहले से ही आतंकवादी हैं। अमेरिका उन्हें घोषित करे या नहीं, इससे हमें कोई फर्क नहीं पड़ता। जिन्होंने पहलगाम में निर्दोष लोगों का खून बहाया है, उनका खून हम पर कर्ज है। हमें बदला लेना चाहिए।
वहीं, पीएम के बिहार दौरे पर उन्होंने कहा कि चुनाव का मौसम है, तो पीएम बिहार अभी बार-बार जाएंगे। बिहार की कानून व्यवस्था जो पटरी से उतर गई है, उसे पटरी पर लाने के लिए ठोस कदम उठाने की जरूरत है।
जस्टिस वर्मा के सुप्रीम कोर्ट का रुख करने पर उन्होंने कहा कि अदालत में जज को भगवान के तौर पर देखा जाता है। लोगों में विश्वास है कि अदालत न्याय करेगी। न्यायिक व्यवस्था का ईमानदार दिखना किसी भी न्यायिक व्यवस्था के लिए बेहद ही जरूरी है।