शिमला जिले के बसंतपुर ब्लॉक में पड़ने वाली चेबरी ग्राम पंचायत के सभी पदाधिकारियों ने अपनी पंचायत में शराब की दुकान खोले जाने के विरोध में अपने पदों से इस्तीफा दे दिया है।
प्रधान छविंदर पाल ने बताया, “सरकार ने शराब की दुकान खोलने के लिए ग्राम सभा से कोई अनापत्ति प्रमाण पत्र नहीं लिया। पंचायत निवासी, खासकर महिलाएँ, पंचायत में शराब की दुकान के सख्त खिलाफ हैं। अगर हम जनता की इच्छा पूरी नहीं कर सकते, तो इन पदों पर बने रहने का कोई मतलब नहीं है। इसलिए, प्रधान, उप-प्रधान और पाँच वार्ड सदस्यों समेत सभी पदाधिकारियों ने आज ज़िला पंचायत अधिकारी को अपना इस्तीफ़ा दे दिया।” पंचायत पदाधिकारियों के साथ-साथ महिला मंडल सदस्यों ने भी इस्तीफ़ा दे दिया है।
प्रधान ने बताया कि महिलाएँ शराब की दुकान खुलने के विरोध में लगभग दो हफ़्ते से प्रदर्शन कर रही हैं, लेकिन उनके आंदोलन को कोई सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं मिली। उन्होंने कहा, “हम संबंधित अधिकारी और यहाँ तक कि अपने विधायक से भी मिल चुके हैं, लेकिन हमारी चिंता दूर करने के लिए कोई कदम नहीं उठाया गया।” उन्होंने आगे कहा कि हमारी वास्तविक चिंता दूर करने के बजाय, शराब की दुकान के विरोध में प्रदर्शन करने वाली महिलाओं समेत सभी लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर दी गई।
उप-प्रधान देशराज ने कहा कि महिलाएँ शराब की दुकान खुलने के सख्त खिलाफ हैं क्योंकि उन्हें अपनी सुरक्षा का डर है। देशराज ने कहा, “हमारे इलाके में एक बड़ी बिजली परियोजना बन रही है, जहाँ 500 से ज़्यादा प्रवासी मज़दूर काम करते हैं। निवासियों में इस बात का गहरा डर है कि अगर इलाके में शराब की दुकान खुल गई, तो मज़दूरों को आसानी से शराब मिल जाएगी और इससे हमारी महिलाओं को परेशानी हो सकती है।”