लगातार बारिश और बिगड़ते मौसम के मद्देनजर एहतियाती कदम उठाते हुए हिमाचल प्रदेश सरकार ने राज्य के सभी सरकारी और निजी शैक्षणिक संस्थानों को 7 सितंबर तक बंद करने का आदेश दिया है।
शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने कहा कि यह निर्णय छात्रों और कर्मचारियों दोनों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए लिया गया है क्योंकि राज्य में भूस्खलन, पेड़ गिरने, सड़कें अवरुद्ध होने, बिजली कटौती और सार्वजनिक बुनियादी ढाँचे को नुकसान की समस्या बनी हुई है। यह आदेश स्कूलों, कॉलेजों और जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों पर लागू होता है।
शिक्षकों और प्रशासनिक कर्मचारियों को भी इस दौरान संस्थानों में आने से छूट दी गई है। हालाँकि, संस्थानों के प्रमुखों को निर्देश दिया गया है कि वे जहाँ तक संभव हो, ऑनलाइन कक्षाएं सुनिश्चित करें और स्कूल की संपत्ति, अभिलेखों और उपकरणों की सुरक्षा के प्रति सतर्क रहें। हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय और उसके केंद्र भी 7 सितंबर तक बंद रहेंगे, और संकाय सदस्यों को इस अवधि के दौरान ऑनलाइन कक्षाएं संचालित करने के निर्देश दिए गए हैं।
राज्य सरकार द्वारा जारी एक आधिकारिक अधिसूचना में इस बात पर ज़ोर दिया गया है कि आगे भी मौसम संबंधी व्यवधानों की संभावना को देखते हुए यह कदम ज़रूरी है। मंत्री ने ज़ोर देकर कहा कि छात्रों और शिक्षकों की सुरक्षा सरकार की प्राथमिकता है और उन्होंने संस्थानों से बुनियादी ढाँचे या संपत्तियों को संभावित नुकसान से बचने के लिए उचित एहतियात बरतने का आग्रह किया।