मुंबई, बॉलीवुड फिल्म निर्माता अनुभव सिन्हा अपने अगले दिलचस्प प्रोजेक्ट ‘भीड़’ के साथ आने के लिए पूरी तरह तैयार हैं, जो 2020 के कोविड-19 लॉकडाउन के दौरान आम लोगों के सामने आने वाली समस्याओं को दर्शाएगा। फिल्म ‘भीड़’ सामाजिक असमानता पर केंद्रित है और दिखाती है कि कैसे स्थिति 1947 में विभाजन के समान थी और फिल्म को ब्लैक एंड व्हाइट में शूट करने का फैसला किया। फिल्म को ब्लैक एंड व्हाइट में शूट करने के पीछे के कारण के बारे में बात करते हुए अनुभव सिन्हा कहा, फिल्म ‘भीड़’ सबसे खतरनाक समय की कहानी है जिसने मानवता के लिए सब कुछ बदल दिया। फिल्म को ब्लैक एंड व्हाइट में शूट करने का मुख्य उद्देश्य यह दिखाना था कि कैसे भारत के लॉकडाउन के दौरान सामाजिक असमानता के ²श्य 1947 के विभाजन के दौरान लोगों के समान थे।
निर्देशक ने बताया कि कैसे इस फिल्म के माध्यम से वह महामारी और लॉकडाउन के कारण लोगों की नौकरी और उनके परिवार के सदस्यों की जान गंवाने की वास्तविक कहानियों को दिखाने जा रहे हैं।
उन्होंने कहा, यह कहानी उन लोगों की है, जिनका जीवन एक झटके में बदल गया और उनके जीवन के रंग तब खो गए, जब देश के भीतर सीमा खींची गई। प्रोड्यूसर भूषण कुमार ने यह भी उल्लेख किया कि चूंकि फिल्म लोगों के संघर्ष को सामने लाती है, इसलिए इसे ब्लैक एंड व्हाइट में शूट करना उचित था।
आगे कहा कि ‘भीड़’ एक विशेष फिल्म है क्योंकि यह लोगों को अपने घरों तक पहुंचने के लिए सबसे कठिन समय का सामना करने की कहानी बताती है। यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण कहानी है और इसे निर्देशित करने के लिए अनुभव से बेहतर कौन होगा? फिल्म को ब्लैक एंड व्हाइट में शूट किया गया है क्योंकि यह हमारे समाज में संघर्ष को दशार्ती है जिसे हम अक्सर अनदेखा कर देते हैं।मुझे खुशी है कि हम एक अद्वितीय सिनेमाई अनुभव के साथ अपने दर्शकों के लिए इतनी महत्वपूर्ण कहानी लाने में सक्षम हैं।
अनुभव सिन्हा द्वारा निर्देशित ‘भीड़’ में राजकुमार राव, पंकज कपूर, भूमि पेडनेकर, आशुतोष राणा और दीया मिर्जा हैं। यह फिल्म भूषण कुमार की टी-सीरीज और अनुभव सिन्हा की बनारस मीडियावर्क्स द्वारा संयुक्त रूप से निर्मित है। इसमें वीरेंद्र सक्सेना, आदित्य श्रीवास्तव, कृतिका कामरा और करण पंडित भी हैं। यह फिल्म 24 मार्च को सिनेमाघरों में रिलीज होने के लिए पूरी तरह से तैयार है।
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