चेन्नई, 4 अक्टूबर। ग्रेटर चेन्नई सिटी पुलिस ने दलित नेता और तमिलनाडु बीएसपी (बसपा) अध्यक्ष के. आर्मस्ट्रांग की हत्या से संबंधित मामले में न्यायिक मजिस्ट्रेट अदालत में पांच हजार पन्नों की चार्जशीट दाखिल की है।
आरोप पत्र (चार्जशीट) में जेल में बंद गैंगस्टर नागेंद्रन को पहला आरोपी, भगोड़े गैंगस्टर संभव सेंथिल को दूसरा और नागेंद्रन के बेटे तथा युवा कांग्रेस के पूर्व राज्य पदाधिकारी और मद्रास हाईकोर्ट के वकील अश्वत्थामन को तीसरा आरोपी बनाया गया है।
आर्मस्ट्रांग की पांच जुलाई को दिनदहाड़े हत्या कर दी गई थी। जिस समय उनकी हत्या की गई, वह घर के पास ही अपने भाई और कुछ साथियों के साथ बातचीत कर रहे थे।
हत्या के तुरंत बाद, मारे गए गैंगस्टर आर्कोट वी. सुरेश के भाई पोन्नई बाला समेत पांच लोगों ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था। उन्होंने पुलिस को बताया कि यह हत्या सुरेश की हत्या का बदला लेने के लिए की गई थी। आरोपियों के अनुसार, आर्मस्ट्रांग के कहने पर सुरेश को मारा गया था।
गिरफ्तार लोगों में शामिल के. थिरुवेंगदम आर्मस्ट्रांग की हत्या में सीधे तौर पर शामिल था। बाद में उसे पुलिस ने माधवरम झील के पास मार गिराया, जहां उसे साक्ष्य जुटाने के लिए लाया गया था। पुलिस के अनुसार, हथकड़ी हटाए जाने के बाद थिरुवेंगदम ने पुलिस टीम पर हमला कर दिया और उसे रोकने के लिए गोली चलानी पड़ी थी। गोली लगने से आरोपी की मौत हो गई थी।
बसपा नेता आर्मस्ट्रांग की हत्या के पीछे कई षड्यंत्र सिद्धांत सामने आए हैं, इनमें कुछ राजनीतिक पार्टी के नेताओं की मिलीभगत से तीन गैंगस्टरों के शामिल होने की बात भी शामिल है।
एआईएडीएमके के पदाधिकारी मलारकोडी, तमिल मनीला कांग्रेस (टीएमसी) के पूर्व पदाधिकारी प्रवीण उर्फ हरिहरन और युवा कांग्रेस के पूर्व राज्य पदाधिकारी अश्वत्थामन भी आरोपियों की लिस्ट में हैं।
पोन्नई बाला, अरुल, रामू उर्फ विनोथ, हरिहरन, मलारकोडी और थिरुनिन्द्रवुर निवासी सतीश कुमार को चार्जशीट में आरोपियों की लिस्ट में शामिल किया गया है। आरोप लगाए गए हैं कि आर्मस्ट्रांग की हत्या राजनीतिक नेताओं से जुड़े एक बड़े विवाद का हिस्सा थी, क्योंकि बसपा नेता राज्य में एक प्रमुख दलित नेता के रूप में उभर रहे थे।