बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने राज्य के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे पर बुधवार को बड़ा हमला बोला। उन्होंने कहा कि नालंदा मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में एक मरीज के हाथ को चूहों द्वारा कुतरे जाने की चौंकाने वाली घटना सामने आने के बाद राज्य की स्वास्थ्य सेवा प्रणाली पर बड़े सवाल खड़े होते हैं।
तेजस्वी यादव ने इस घटना पर कड़ा एतराज जताते हुए मंगल पांडे को बिहार में स्वास्थ्य सेवा की स्थिति पर सार्वजनिक बहस करने की चुनौती दी।
उन्होंने बुधवार को मीडियाकर्मियों से बात करते हुए कहा कि बस मंच और माइक की व्यवस्था करें और मुझे एक दिन पहले सूचित करें। मैं आकर बताऊंगा कि वास्तव में कितना कम काम हुआ है। स्वास्थ्य मंत्री अपने महकमे से पूरी तरह कटे हुए हैं।
तेजस्वी यादव ने कहा, “वह कभी अस्पताल नहीं जाते, यहां तक कि औचक निरीक्षण के लिए भी नहीं। जब मैं उपमुख्यमंत्री था, तब हमने मिशन 60 डेज लॉन्च किया था, निरीक्षण किए थे और 700 से अधिक लापरवाह डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई की थी।”
उन्होंने मुजफ्फरपुर, मधेपुरा और पूर्णिया के मेडिकल कॉलेजों की खराब स्थिति का हवाला देते हुए कहा कि यह स्वास्थ्य क्षेत्र में शासन की पूर्ण विफलता को दर्शाता है। अस्पताल के बिस्तर माफियाओं द्वारा बेचे जा रहे हैं और बिहार के स्वास्थ्य मंत्री को कुछ नहीं पता।
राजद नेता ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि वह बेहोशी की हालत में हैं। उनके अधिकारी कभी-कभी उन्हें पटना में निर्माण स्थलों का निरीक्षण करने के लिए ले जाते हैं, लेकिन इसके अलावा, उन्हें पता ही नहीं है कि क्या हो रहा है, चाहे वह गरीबी हो, बेरोजगारी हो, कानून-व्यवस्था हो या चरमराती स्वास्थ्य व्यवस्था हो।
बता दें कि नालंदा के विकलांग अवधेश प्रसाद को शनिवार को एनएमसीएच में भर्ती कराया गया और उनकी सर्जरी की गई। रविवार की सुबह जब वह अस्पताल के बिस्तर पर सो रहे थे, तब सर्जरी के बाद उनकी उंगलियों को चूहों ने कुतर दिया। चूहे के काटने की घटना ने व्यापक आक्रोश पैदा कर दिया है और बिहार के सरकारी अस्पतालों की नए सिरे से जांच शुरू कर दी गई है।
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