N1Live National सनातन विरोधी बातें करके समाज को बांटने की कोशिश,आस्था पर चोट बर्दाश्त नहीं : दिलीप जायसवाल
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सनातन विरोधी बातें करके समाज को बांटने की कोशिश,आस्था पर चोट बर्दाश्त नहीं : दिलीप जायसवाल

Attempts to divide the society by talking against Sanatan, attack on faith cannot be tolerated: Dilip Jaiswal

पटना, 5 अगस्त । तमिलनाडु सरकार के मंत्री एसएस शिवशंकर के भगवान राम पर दिए विवादित बयान के बाद सियासत गर्मा गई है।

बिहार भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने इस बयान पर प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए कहा, “उन्हें नासा की तस्वीरें देखनी चाहिए कि नासा की तस्वीरों में समुद्र का राम सेतु कितना साफ दिखता है। कुछ लोग सनातन विरोधी बातें करके समाज को धर्म और जाति में बांटना चाहते हैं। किसी को भी किसी के आस्था और धर्म पर चोट नहीं पहुंचाना चाहिए।”

एसएस शिवशंकर के विवादित बयान पर संत समाज ने भी नाराजगी जाहिर की है। पातालपुरी पीठाधीश्वर महंत बालक दास ने तीखी प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए कहा, “इन मंत्री-संतरी को न इतिहास का पता है और न भूगोल का। इन लोगों को धार्मिक ज्ञान भी नहीं है। ये लोग हर बयान अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकने के मकसद से देते हैं । जो मुंह में आता है, वो बोल देते हैं। इन लोगों की मूर्खता अपने चरम पर पहुंच चुकी है। ऐसे लोगों को भगवान सदबुद्धि दे। इन लोगों का पार्टी में रहना भी उचित नहीं है। ये लोग मंत्री बने बैठे हैं, लेकिन इन लोगों को राम जी के इतिहास के बारे में कुछ भी नहीं पता है।”

उन्होंने आगे कहा, “अगर पता होता तो ये लोग इस तरह का बयान ही नहीं देते। राम जी के संबंध में इतने सारे शास्त्र हैं, क्या इन लोगों ने कभी उनके बारे में पढ़ा है। मुझे लगता है कि भगवान इन लोगों को दंड देंगे ही, लेकिन सरकार को भी ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। अगर इन लोगों में हिम्मत है, तो जरा मुस्लिम और मौलवी के बारे में बोलकर दिखाएं, ये लोग नहीं बोलेंगे। हिंदू नरम होता है, वो किसी भी प्रकार का हिंसा नहीं करना चाहता है। इसका ये लोग फायदा उठाते हैं।”

डीएमके नेता व तमिलनाडु सरकार में मंत्री शिवशंकर ने एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भगवान राम को लेकर विवादित बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि भगवान राम से जुड़ा कोई भी ऐतिहासिक साक्ष्य नहीं है। जिससे इस बात की पुष्टि हो सके कि भगवान राम का कोई अस्तित्व हो। बता दें कि उनके इस बयान को लेकर राजनीतिक घमासान तेज हो गया है।

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