अयोध्या, 5 अगस्त । उत्तर-प्रदेश के अयोध्या में नाबालिग से रेप का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। सपा और भाजपा एक-दूसरे पर जुबानी हमला कर रहे हैं। भाजपा नेता साध्वी निरंजन ज्योति ने कहा कि राजनीति से ऊपर उठकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि ऐसी हरकत करने वालों के खिलाफ सभी को एकजुट होना चाहिए। मैं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से आश्वस्त हूं। उन्होंने इस मामले में तुरंत कार्रवाई की है। मैं उस परिवार को भी धन्यवाद देती हूं, जिन्होंने ऐसे कुकृत्य करने वालों के खिलाफ आवाज उठाई है। ऐसे बहुत सारे पीड़ित परिवार होंगे, जिन्हें दबाने का प्रयास किया गया होगा।
साध्वी निरंजन ज्योति ने आगे कहा कि मैं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से निवेदन करती हूं कि पीड़िता के परिवार को सुरक्षा प्रदान की जाए। पीड़ित परिवार में चार बहनों का इकलौता भाई है, उसको सुरक्षा और संरक्षण दिया जाए। सरकार और हम सब मिलकर पीड़ित परिवार की हर संभव मदद करेंगे।
सपा पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि इस मामले में पहले ही कार्रवाई होनी चाहिए थी। समाजवादी पार्टी से दोषी पदाधिकारी का निष्कासन होना चाहिए था। उसका निष्कासन करने के बजाय इस पर राजनीति करना अच्छा नहीं है।
वहीं इस मामले पर सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद अखिलेश यादव ने अदालत से स्वतः संज्ञान लेने की मांग की है। उन्होंने रविवार को एक्स पर लिखा ”बलात्कार पीड़िता के लिए सरकार अच्छे-से-अच्छा चिकित्सा प्रबंध कराए। बालिका के जीवन की रक्षा की जिम्मेदारी सरकार की है।
उन्होेंने कहा, माननीय न्यायालय से विनम्र आग्रह है कि स्वत: संज्ञान लेकर स्थिति की संवेदनशीलता और गंभीरता को देखते हुए अपनी निगरानी में पीड़िता की हर संभव सुरक्षा सुनिश्चित कराएं। बदनीयत लोगों का इस तरह की घटनाओं का राजनीतिकरण करने का मंसूबा कभी कामयाब नहीं होना चाहिए।”
इससे पहले अखिलेश यादव ने डीएनए टेस्ट की भी मांग की। ”अखिलेश यादव ने कहा कि अयोध्या के भदरसा मामले में बिना डीएनए टेस्ट के भाजपा का आरोप दुराग्रह पूर्ण माना जाएगा। कुकृत्य के मामले में जिन पर भी आरोप लगा है, उनका डीएनए टेस्ट कराकर इंसाफ का रास्ता निकाला जाए न कि केवल आरोप लगाकर सियासत की जाए। ”
बता दें कि इस मामले में सपा नेता मोईद खान और उसके साथी को गिरफ्तार कर लिया गया है। उन पर 12 साल की नाबालिग के साथ रेप करने और उसका वीडियो बनाने का आरोप है।