राज्य चुनाव आयुक्त अनिल खाची ने घोषणा की कि आगामी पंचायती राज संस्थाओं (पीआरआई) के चुनावों में मतपेटियों को क्यूआर कोड का उपयोग करके ट्रैक और स्कैन किया जाएगा। चुनाव तैयारियों की समीक्षा बैठक के दौरान, उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि संबंधित अधिकारियों को चुनाव प्रक्रिया पर अपडेट रहना चाहिए। खाची ने निर्देश दिया कि मतपेटियों को आवश्यक मरम्मत, ग्रीसिंग और तेल लगाने सहित पहले से तैयार किया जाना चाहिए, ताकि वे किसी भी समय उपयोग के लिए तैयार हो सकें। एक बार नवीनीकरण के बाद, ट्रैकिंग और स्थान का पता लगाने की सुविधा के लिए बक्से पर क्यूआर कोड चिपकाए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि अन्य चुनाव सामग्री और स्टेशनरी भी इन्वेंट्री मैनेजमेंट सिस्टम के माध्यम से वितरित की जाएगी, जिससे प्रत्येक वस्तु का उचित रिकॉर्ड रखा जा सके। आयुक्त ने आगे बताया कि यदि आवश्यक हो तो पंचायतों और ब्लॉक और जिला परिषदों के वार्डों का पुनर्गठन और परिसीमन, मतदाता सूचियों को अपडेट करने के साथ-साथ तुरंत पूरा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मतदाता सूची को मतदाता सूची प्रबंधन प्रणाली का उपयोग करके तैयार किया जाएगा।
बैठक में उपायुक्त अमरजीत सिंह, एडीएम राहुल चौहान, तथा जिले के सभी एसडीएम व तहसीलदार भी उपस्थित थे।
इस बीच, बिलासपुर में मुख्य चुनाव आयुक्त नंदिता गुप्ता ने लखनपुर के एक गोदाम में ईवीएम और वीवीपैट के भंडारण के लिए सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की। बिलासपुर डीसी आबिद हुसैन सादिक के साथ उन्होंने जिला प्रशासन को ईवीएम के भंडारण और रखरखाव के लिए मानक संचालन प्रक्रिया में निर्धारित दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन करने का निर्देश दिया। इस अवसर पर एसडीएम अभिषेक गर्ग, तहसीलदार (चुनाव) विजय शर्मा, नायब तहसीलदार (चुनाव) विजय कुमार और राजनीतिक नेता बंता सिंह (कांग्रेस) और चमन गुप्ता (भाजपा) भी मौजूद थे