बरनाला पुलिस ने आज दावा किया कि उसने 24 घंटे के अंदर ही सेहना गाँव के पूर्व सरपंच के बेटे सुखबिंदर सिंह कलकत्ता की हत्या का मामला सुलझा लिया है। सुखबिंदर की शनिवार शाम गाँव के बस स्टैंड के पास एक दुकान पर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में शूटर समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
पुलिस ने एक अवैध .30 बोर पिस्तौल और अपराध में प्रयुक्त कार भी बरामद कर ली है। मृतक के भाई सुखजीत सिंह धालीवाल की शिकायत पर भारतीय दंड संहिता की धारा 103(1), 61(2) और भारतीय शस्त्र अधिनियम की धारा 25 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
पटियाला रेंज के डीआईजी कुलदीप चहल ने बताया कि गिरफ्तार लोगों की पहचान हरजिंदर सिंह उर्फ जिंदर, गुरदीप दास उर्फ दीपी बावा और जगविंदर सिंह उर्फ पपलू के रूप में हुई है, जो सभी सेहना गांव के निवासी हैं।
एफआईआर के अनुसार, यह हत्या 2018 के पंचायत चुनावों से जुड़ी पुरानी राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता का परिणाम थी, जब सुखबिंदर की मां ने दीपी की पत्नी को हराया था।
हालाँकि, डीआईजी ने बताया कि सुखबिंदर और जिंदर दोनों दिन में ज़्यादातर समय साथ बिताते थे और उनके बीच पैसों का लेन-देन भी होता था। डीआईजी ने कहा, “हत्या का सही कारण अभी पता नहीं चल पाया है, लेकिन शुरुआती जाँच से पता चलता है कि उनमें से एक ने दूसरे के परिवार के बारे में कुछ कहा था, जो आगे चलकर झगड़े का कारण बना।”
उन्होंने आगे बताया कि जिंदर और दीपी पर क्रमशः चार और दो आपराधिक मामले दर्ज हैं। उन्होंने आगे कहा, “प्रारंभिक जाँच से पता चला है कि उनका साथी जगविंदर पिस्तौल खरीदने के लिए जिंदर के साथ लुधियाना गया था। बाद में उसका नाम एफआईआर में दर्ज किया गया। सभी आरोपियों को अदालत में पेश किया जाएगा और आगे की जाँच के लिए हम उनकी पुलिस रिमांड की माँग करेंगे।”