बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को एक महत्वपूर्ण घोषणा करते हुए राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है। उन्होंने आशा और ममता कार्यकर्ताओं की मानदेय राशि में बढ़ोतरी का ऐलान किया है।
प्रदेश के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर जानकारी साझा की। उन्होंने एक्स पोस्ट में लिखा, “नवंबर 2005 में सरकार बनने के बाद से हम लोगों ने स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए बड़े पैमाने पर काम किया है। ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने में आशा तथा ममता कार्यकर्ताओं ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इसे ध्यान में रखते हुए तथा ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं के सुदृढ़ीकरण में आशा एवं ममता कार्यकर्ताओं के अहम योगदान को सम्मान देते हुए उनकी मानदेय राशि में वृद्धि करने का निर्णय लिया गया है।”
उन्होंने आगे लिखा, “आशा कार्यकर्ताओं को अब 1 हजार रुपए की जगह 3 हजार रुपए प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाएगी। साथ ही ममता कार्यकर्ताओं को प्रति प्रसव 300 रुपए की जगह 600 रुपए की प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाएगी, इससे उनका मनोबल और बढ़ेगा तथा ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाएं और मजबूत होंगी।”
इससे पहले, 27 जुलाई को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार राज्य सफाई कर्मचारी आयोग के गठन का ऐलान किया था। इस आयोग का उद्देश्य सफाई कर्मचारियों के अधिकारों की सुरक्षा, उनके सामाजिक और आर्थिक विकास, शिकायतों का समाधान और कल्याणकारी योजनाओं की निगरानी करना है। वहीं, 26 जुलाई को उन्होंने ‘पत्रकार सम्मान पेंशन योजना’ के तहत सभी पात्र पत्रकारों को प्रतिमाह छह हजार रुपए की जगह 15 हजार रुपए पेंशन देने का ऐलान किया था। इस बात की जानकारी उन्होंने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल के जरिए दी थी। यह योजना 60 वर्ष से अधिक उम्र के बिहार के मूल निवासी मान्यता प्राप्त पत्रकारों को ही मिल पाएगी।
इससे पहले उन्होंने बिहार में 125 यूनिट घरेलू बिजली बिल फ्री करने का ऐलान किया था, जो 1 अगस्त से लागू हो रहा है। इसके अलावा, उन्होंने सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना की राशि बढ़ाकर 1100 रुपए कर दी, जो पहले प्रति माह 400 रुपए दी जाती थी।