पंजाब के प्रवासी मज़दूरों के तीन साल के एक बच्चे को अगवा कर बिहार के एक दंपत्ति को बेचे जाने के बाद छुड़ा लिया गया। दंपत्ति को बच्चे के साथ बस में यात्रा करते समय सिरसा में गिरफ्तार किया गया।
एक गुप्त सूचना पर कार्रवाई करते हुए, पंजाब पुलिस ने सिरसा सीआईए को सूचित किया, जिसने बस को रोककर संदिग्धों को हिरासत में ले लिया। बाद में, बच्चे और गिरफ्तार किए गए दंपति को पंजाब पुलिस को सौंप दिया गया, जो जाँच का नेतृत्व कर रही है।
यह घटना गुरुवार को पंजाब के खन्ना इलाके के माछीवाड़ा थाना क्षेत्र के गढ़ी ताहरखाना गाँव में हुई। बच्चा अपने घर के बाहर खेल रहा था, तभी एक पड़ोसी प्रवासी मज़दूर ने कथित तौर पर उसका अपहरण कर लिया और फिर उसे पैसों के लिए बिहार के एक दंपत्ति को बेच दिया।
सिरसा के डीएसपी आदर्शदीप सिंह ने कहा, “गिरफ्तार किए गए दंपति का इरादा बच्चे को फिर से बेचने का भी था।” पुलिस ने बताया कि बच्चे के माता-पिता, अपहरणकर्ता और ख़रीदार सभी प्रवासी मज़दूर हैं। लड़का सुरक्षित पाया गया, लेकिन बरामद होने पर वह डरा हुआ था।
अब इस जोड़े को आगे की पूछताछ के लिए पंजाब ले जाया जा रहा है। जाँचकर्ता यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि सौदे में कितनी रकम का लेन-देन हुआ, संभावित खरीदार कौन था, और क्या आरोपियों का कोई पुराना आपराधिक रिकॉर्ड है या क्या उनका किसी बड़े तस्करी नेटवर्क से कोई संबंध है।