गुड़गांव रेलवे स्टेशन से अपहरण के 50 घंटे के भीतर, हरियाणा रेलवे पुलिस ने उत्तर प्रदेश के पीलीभीत रेलवे स्टेशन से एक 4 वर्षीय बच्ची को सुरक्षित बरामद कर लिया। बच्ची को उसके परिवार से मिलवा दिया गया है।
यह घटना 16 सितंबर को हुई, जब एक अज्ञात व्यक्ति ने गुड़गांव रेलवे स्टेशन पर एक यात्री को कथित तौर पर नशीला पदार्थ खिलाकर उसकी छोटी बेटी का अपहरण कर लिया। मामले की सूचना मिलते ही रेलवे एसपी नितिका गहलोत ने तुरंत कार्रवाई के निर्देश देते हुए सीधे जाँच की कमान संभाली।
डीएसपी राजेश कुमार की देखरेख में, 18 छापेमारी दल बनाए गए – प्रत्येक दल में तीन पुलिसकर्मी, साइबर विशेषज्ञ और सीसीटीवी विश्लेषण में कुशल अधिकारी शामिल थे। पुलिस ने गुड़गांव से आनंद विहार रेलवे स्टेशन तक की फुटेज खंगाली और आरपीएफ व रेलवे पुलिस की मदद से संदिग्ध की तस्वीरें प्रसारित कीं। राजस्थान (कोटपुतली, अलवर) और उत्तर प्रदेश (बरेली और पीलीभीत) में भी टीमें भेजी गईं।
पीलीभीत रेलवे स्टेशन पर तलाशी के दौरान, पुलिस का दबाव भांपकर आरोपी बच्ची को छोड़कर भाग गया। बच्ची को तुरंत संरक्षण में लेकर उसकी चिकित्सकीय जाँच कराई गई और उसके परिवार को सौंप दिया गया।
हरियाणा के डीजीपी शत्रुजीत कपूर ने इस प्रयास की सराहना करते हुए कहा, “रेलवे पुलिस का कामकाज सिर्फ़ अपने कर्तव्यों के निर्वहन तक सीमित नहीं है, बल्कि यह मानवता और जनसेवा का एक जीवंत उदाहरण है। किसी मासूम बच्चे के चेहरे पर मुस्कान लौटाना हो, गुमशुदा बच्चों को उनके माता-पिता से मिलाना हो, या फिर निराशा के कगार पर खड़े लोगों को नई उम्मीद देना हो, ये प्रयास पुलिस और जनता के बीच सबसे मज़बूत रिश्ता बनाते हैं।”
पुलिस ने बताया कि जीआरपी हरियाणा ने पिछले महीने रेलगाड़ियों के माध्यम से अवैध रूप से ले जाए जा रहे 24 बच्चों को बचाया, परिवारों से बिछड़े 23 बच्चों का पता लगाया तथा रेलवे पटरियों पर आत्महत्या का प्रयास करने वाले 11 व्यक्तियों को बचाया।