N1Live Haryana हरियाणा कांग्रेस इकाई में पुनर्गठन को अंतिम रूप देते हुए बीरेंद्र सिंह और उनके बेटे ने समर्थकों को एकजुट किया
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हरियाणा कांग्रेस इकाई में पुनर्गठन को अंतिम रूप देते हुए बीरेंद्र सिंह और उनके बेटे ने समर्थकों को एकजुट किया

Birender Singh and his son rally supporters as reorganisation of Haryana Congress unit finalised

कांग्रेस आलाकमान जहां हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पुनर्गठन के लिए जिला अध्यक्षों की सूची को अंतिम रूप देने में जुटा है, वहीं पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह ने अपने बेटे और हिसार के पूर्व सांसद बृजेंद्र सिंह के साथ मिलकर जमीनी स्तर पर पार्टी को संगठित और मजबूत करने के लिए अपने समर्थकों की एक बैठक बुलाई।

बीरेंद्र सिंह ने कहा कि बैठक का उद्देश्य हरियाणा में कांग्रेस को मज़बूत करना और पूरे राज्य में पार्टी को सक्रिय बनाए रखना है। उन्होंने कहा, “हम जल्द ही हिसार, जींद, कैथल और फतेहाबाद ज़िलों में 15 विधानसभा क्षेत्रों में बैठकें शुरू करेंगे।”

उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि हमारा लक्ष्य किसी एक नेता के पीछे एकजुट होना नहीं है, बल्कि लोगों को पार्टी से जोड़ना है।

उन्होंने कहा, ‘‘पिछले विधानसभा चुनावों में यह देखा गया कि लोगों का झुकाव कांग्रेस की ओर था लेकिन संगठन की कमी के कारण वांछित परिणाम नहीं मिल सके।’’ उन्होंने कहा कि अभियान की शुरुआत 20 अगस्त से तीन विधानसभाओं की बैठकों के साथ होगी।

उन्होंने कहा, “15 सितंबर तक पांच बैठकें होंगी, जिनमें से प्रत्येक में तीन निर्वाचन क्षेत्र शामिल होंगे।”

लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस में वापस आने से पहले नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार में केंद्रीय मंत्री रहे बीरेंद्र सिंह ने कहा कि कृषि, बेरोजगारी और अग्निवीर योजना जैसे प्रमुख मुद्दे पार्टी कार्यकर्ताओं और जनता के साथ चर्चा के केंद्र बिंदु होंगे।

उन्होंने एनडीए सरकार पर भी तीखा हमला बोलते हुए दावा किया कि इसने भारत की वैश्विक प्रतिष्ठा को नुकसान पहुँचाया है। उन्होंने आरोप लगाया, “एनडीए सरकार ने देश को उस मुकाम पर पहुँचा दिया है जहाँ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का कोई दोस्त नहीं बचा है। यहाँ तक कि पड़ोसी देश भी अब भारत के साथ खड़े नहीं हैं।”

प्रदेश कांग्रेस इकाई के संगठन के गठन के सवाल पर उन्होंने कहा कि पार्टी नेतृत्व से पदाधिकारियों की सूची जल्द मिलने की उम्मीद है। पूर्व सांसद बृजेन्द्र सिंह ने भी इसी तरह की राय व्यक्त की और एमएसपी गारंटी के अनसुलझे मुद्दे पर सरकार की आलोचना की।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने तीनों क़ानून वापस लेते समय अपने भाषण में एमएसपी गारंटी का ज़िक्र किया था। “लेकिन यह अब तक अनसुलझा ही रहा। अब यह कहाँ है? क्या वाकई कोई समिति बनी? क्या उसने कोई रिपोर्ट दी? किसी को पता नहीं।”

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