रोहतक की कॉलोनियों के निवासियों ने सोमवार को शहर में पानी की कमी और दूषित पानी की आपूर्ति के खिलाफ धरना दिया। प्रदर्शनकारी निवासियों का नेतृत्व भाजपा के वर्तमान नगर पार्षद कपिल नागपाल ने किया, जो लोक स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग के स्थानीय कार्यालय में उनके साथ धरने पर बैठे।
जब उनसे पूछा गया कि सत्तारूढ़ पार्टी के नेता होने के बावजूद उन्हें धरना क्यों देना पड़ा, तो नागपाल ने कहा कि उन्हें अपने वार्ड की कई कॉलोनियों के निवासियों से पानी की कमी और दूषित पानी की आपूर्ति के संबंध में कई शिकायतें मिल रही हैं।
उन्होंने कहा, “मैं जिस वार्ड नंबर 7 का प्रतिनिधित्व करता हूं, उसके अंतर्गत आने वाले किला मोहल्ला, सैदास कॉलोनी, महावीर कॉलोनी, कृष्णा कॉलोनी और पाड़ा मोहल्ला इलाकों में पीने के लिए सीवेज के पानी और मवेशियों के गोबर से दूषित काला पानी सप्लाई किया जा रहा है। मैंने इस मामले में विभाग और जिले के सभी अधिकारियों को अवगत कराया है, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। इसलिए, मेरे पास प्रभावित निवासियों के साथ धरना देने के अलावा कोई विकल्प नहीं था।”
पार्षद ने शिकायत की कि पीने के लिए दिया जा रहा पानी दूषित है और उसमें से बदबू आती है। नहाने या पीने की तो बात ही छोड़िए, इसे धोने या साफ-सफाई के लिए भी इस्तेमाल नहीं किया जा सकता। पार्षद के साथ आए स्थानीय लोगों ने भी शिकायत की कि उन्हें पानी की भारी कमी का सामना करना पड़ रहा है और जो पानी दिया जा रहा है, उसका भी किसी काम में इस्तेमाल नहीं किया जा सकता।
संबंधित अधिकारियों ने प्रदर्शनकारी निवासियों को आश्वासन दिया कि दूषित पानी की समस्या का एक सप्ताह के भीतर समाधान कर दिया जाएगा तथा टेंडर जारी कर करीब दो माह में खराब पाइपों को बदलने के साथ ही स्थायी समाधान कर दिया जाएगा।