हिसार, 19 अगस्त सिरसा से कांग्रेस सांसद कुमारी शैलजा ने कहा कि हरियाणा में भाजपा की “जनविरोधी सरकार” को उखाड़ फेंकने का समय आ गया है। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव 20 दिन पहले कराने से यह संकेत मिलता है कि भाजपा को अपनी हार का आभास हो गया है।
जींद कस्बे में आज एक जनसभा को संबोधित करते हुए शैलजा ने कहा, “भाजपा जाहिर तौर पर लोगों से डरी हुई है। तय समय से 20 दिन पहले विधानसभा चुनाव की घोषणा ने लोगों को भाजपा को करारा झटका देने का एक शुरुआती मौका दे दिया है।” उन्होंने कहा कि भाजपा जाहिर तौर पर हरियाणा में सरकार की दिन-प्रतिदिन गिरती लोकप्रियता के ग्राफ से डरी हुई है।
भाजपा सरकार पर खोखली घोषणाओं के लॉलीपॉप देकर मतदाताओं को लुभाने का आरोप लगाते हुए शैलजा ने कहा कि भाजपा अपनी एक दशक लंबी सरकार के दौरान हरियाणा में समाज के विभिन्न वर्गों पर किए गए अत्याचारों और कुकर्मों के लिए जवाबदेह है।
उन्होंने कहा, “किसान अपनी मांगों के लिए संघर्ष कर रहे हैं, लेकिन भाजपा सरकार ने न केवल झूठे आश्वासन दिए, बल्कि अत्याचार भी किए। दलितों, पिछड़े वर्गों और सफाई कर्मचारियों जैसे अन्य कमजोर वर्गों को भाजपा सरकार से भेदभाव का सामना करना पड़ा।” कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि सरकारी नौकरियां खाली पड़ी हैं, जिनमें एससी और बीसी के लिए आरक्षित पद भी शामिल हैं, लेकिन राज्य सरकार ने एक दशक के शासन में इन्हें भरने की परवाह नहीं की।
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार ने दलितों, कर्मचारियों, पिछड़े वर्गों, किसानों, महिलाओं और व्यापारियों सहित समाज के विभिन्न वर्गों के साथ दुर्व्यवहार किया है। उन्होंने कहा, “इसी वजह से सभी वर्ग भाजपा से नाराज हैं और जनता 1 अक्टूबर को अपने वोट की ताकत से इसका बदला लेगी।”
शैलजा ने कहा कि भाजपा की जनविरोधी मानसिकता के कारण सभी 36 बिरादरियों में हाहाकार मचा हुआ है। उन्होंने कहा कि छात्रवृत्ति बंद कर दी गई है, जिससे बच्चे पढ़ाई नहीं कर पा रहे हैं, नौकरियों में घोटाले हो रहे हैं। युवाओं को रोजगार के लिए विदेश जाना पड़ रहा है। उन्होंने लोगों से अपील की कि ऐसी सरकार से छुटकारा पाने का समय आ गया है। प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनेगी और उसके बाद हम आपके हितों की रक्षा करेंगे।
राज्यसभा सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा, “विकास के नाम पर कोई काम नहीं हुआ है। अपराध इस हद तक बढ़ गए हैं कि लोग डर के माहौल में जी रहे हैं। सरकारी नौकरी की परीक्षाएं बेची जा रही हैं, यही वजह है कि युवाओं को अपना भविष्य उज्ज्वल नहीं दिख रहा है और वे विदेश जा रहे हैं। भाजपा सरकार किसानों के साथ दुश्मनों जैसा व्यवहार कर रही है।”