लखनऊ, 8 अप्रैल । लोकसभा चुनाव में 70 हजार लोगों ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सदस्यता ली है। चुनाव के ठीक पहले शुरू हुआ ज्वाइनिंग का सिलसिला लगातार चल रहा है।
भाजपा ने विपक्षी खेमे में सेंध लगाते हुए पांच सौ से ज्यादा बड़े नेताओं को भी पार्टी की सदस्यता दिलाई है। भाजपा ज्वाइनिंग कमेटी के सदस्य ब्रज बहादुर उपाध्याय ने दावा किया कि कांग्रेस, सपा समेत अन्य दलों के करीब 70 हजार नेताओं ने भाजपा ज्वाइन की है। उन्होंने बताया कि करीब 530 नेता राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय हैं।
उन्होंने कहा कि भाजपा में शामिल होने वालों में से सबसे अधिक लोग सपा और कांग्रेस के हैं और बाकी सामाजिक संगठनों, सेवानिवृत्त कर्मचारियों और अधिकारियों और जीवन के विभिन्न क्षेत्रों के लोग हैं। भाजपा ने दो माह पहले ज्वाइनिंग अभियान शुरू किया था, जिसमें विधानसभा से लेकर राज्य और राष्ट्रीय स्तर के नेताओं को भाजपा के साथ लाने की रणनीति बनाई थी।
पार्टी ने उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक को इसका अध्यक्ष बनाया। वहीं, राज्यसभा सांसद अमरपाल मौर्य और प्रदेश उपाध्यक्ष ब्रजबहादुर को कमेटी में सदस्य बनाया गया।
ब्रजबहादुर ने बताया कि बड़ी संख्या में पार्टी को विपक्षी दलों के नेताओं के आवेदन आए हैं। जिनकी लगातार स्क्रीनिंग की जा रही है। जिला, क्षेत्र और प्रदेश स्तर पर अनुमति के बाद उनको पार्टी में शामिल किया जा रहा है। पार्टी ज्वाइन करने वालों में जिला पंचायत सदस्य, क्षेत्र पंचायत सदस्य, नगर पंचायत पार्षद, नगर पंचायत चेयरमैन, नगर पालिका अध्यक्ष, सभासद एवं बड़ी संख्या में नगर निगम पार्षदों, जिले और प्रदेश के पदाधिकारियों ने भी भाजपा ज्वाइन की है।
उन्होंने बताया कि अब तक 80 से ज्यादा पूर्व विधायक, सांसद, पूर्व मंत्री भाजपा की सदस्यता ले चुके हैं। साथ ही बसपा के मौजूदा सांसद रितेश पांडेय, संगीता आजाद भी भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर चुके हैं।
कांग्रेस के पूर्व सांसद राजेश मिश्र, पूर्व विधायक अजय कपूर, सपा के पूर्व सांसद देवेंद्र यादव, बसपा के पूर्व सांसद रहे वीर सिंह, बदायूं से सपा विधायक आशुतोष मौर्य की पत्नी सुषमा मौर्य, पूर्व डीजीपी विजय कुमार भी भाजपा के सदस्य बन चुके हैं।
राज्यसभा चुनाव में भाजपा के पक्ष में वोट देकर नौवां उम्मीदवार जिताने वाले सपा विधायक मनोज पांडेय, राकेश प्रताप सिंह, अभय सिंह, विनोद चतुर्वेदी, राकेश पांडेय, आशुतोष मौर्य और पूजा पाल भी इंतजार में हैं। हाल ही में इनमें राकेश प्रताप सिंह, अभय सिंह, विनोद चतुर्वेदी को केंद्र सरकार ने वाई और मनोज पांडेय को वाई प्लस सुरक्षा भी दी है।