राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान सरकार पर कांग्रेस के हमले का नेतृत्व करते हुए पूर्व स्पीकर और पार्टी नेता डॉ. रघुवीर सिंह कादियान ने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बडोली के खिलाफ दर्ज सामूहिक बलात्कार मामले, एमबीबीएस पेपर घोटाले और चल रही राज्य बोर्ड परीक्षाओं के दौरान पेपर लीक का मुद्दा उठाया।
कादियान ने दावा किया कि सरकार ने राज्यपाल के अभिभाषण में खुद को गलत तरीके से महिमामंडित किया है और राज्यपाल (बंडारू दत्तात्रेय) भी इसे पढ़ने में रुचि नहीं दिखा रहे हैं। उन्होंने कहा, “उन्हें राज्य में गरीबी, महंगाई और बेरोजगारी की स्थिति पर विचार करना चाहिए था। अभिभाषण में हरियाणा के युवाओं को नशे की लत से बाहर निकालने के तरीके के बारे में बताया जाना चाहिए था। इसमें राज्य के कर्ज को कम करने के तरीके के बारे में भी बात नहीं की गई।”
उन्होंने कहा, “स्कूल में शिक्षक नहीं हैं, अस्पतालों में डॉक्टर नहीं हैं…सरकार ने राज्यपाल के अभिभाषण में अपनी सीमाओं पर ध्यान नहीं दिया।” उन्होंने कहा कि करीब 500 स्कूलों में शिक्षक नहीं हैं और उन्होंने राज्य में शिक्षा की गिरावट पर अखबारों में छपे संपादकीय का हवाला दिया। उन्होंने अध्ययन (एएसईआर सर्वेक्षण) का भी हवाला दिया कि हरियाणा के छात्र अंकगणित कौशल में पंजाब और हिमाचल प्रदेश के छात्रों से पीछे हैं।
उन्होंने भाजपा पुंडरी विधायक सतपाल जांबा के बयान का हवाला देते हुए कहा कि उनके इलाके में अधिकारियों की मिलीभगत से ड्रग्स बेची जा रही है और उन्होंने 20 नाम बताए हैं। उन्होंने कहा, “यह आपके सुशासन पर एक बड़ा तमाचा है।” उन्होंने दावा किया, “हर गांव में लगभग 150 ऐसे नशेड़ी हैं, जबकि बड़े गांवों में यह संख्या 400 को छू रही है… आपको गांवों की ओर जाने वाली सड़कों पर इंजेक्शन फेंके हुए मिल सकते हैं।”
उन्होंने हिसार कृषि विश्वविद्यालय (एचएयू) में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया, कुलपति को तानाशाह कहा और विश्वविद्यालय की सहायक वैज्ञानिक डॉ. दिव्या फोगट की मौत की न्यायिक जांच की मांग की।
बोर्ड पेपर लीक पर उन्होंने कहा कि उन्होंने कभी भी 10वीं और 12वीं कक्षा के पेपर लीक होने की बात नहीं सुनी। पंडित बीडी शर्मा यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसेज, रोहतक में एमबीबीएस पेपर घोटाले पर उन्होंने कहा, “यह पता लगाया जाना चाहिए कि यह कब से चल रहा है। कितने लोगों को इसका फायदा मिला? फर्जी डॉक्टरों द्वारा इलाज किए गए मरीजों को कौन मुआवजा देगा?”
बिजली मंत्री अनिल विज को सत्ताविहीन बताते हुए उन्होंने कहा, “उन्होंने आरोप लगाया था कि प्रशासन उनकी बात नहीं सुनता। सीएम की कार्यशैली पर टिप्पणी करते हुए विज ने कहा कि सीएम उड़नखटोले में घूमते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि लोगों ने उन्हें हराने की साजिश रची और यहां तक कहा कि लोगों ने उन्हें मारने की साजिश रची।”
कादियान ने कहा, “साहस दिखाते हुए उन्होंने यहां तक कहा कि बडोली को तब तक इस्तीफा दे देना चाहिए जब तक कि उनके खिलाफ दर्ज मामले में उन्हें क्लीन चिट नहीं मिल जाती।”
स्पीकर हरविंदर कल्याण ने हस्तक्षेप करते हुए कहा, “हम यहां बयानों पर चर्चा नहीं कर सकते।”
वहीं, मंत्री कृष्ण बेदी ने आरोप लगाया कि दिवंगत श्री कृष्ण हुड्डा के एमएलए हॉस्टल के कमरे से ड्रग्स बरामद किए गए थे। पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने हस्तक्षेप करते हुए कहा, “हमें उन लोगों के बारे में टिप्पणी नहीं करनी चाहिए जो सदन के सदस्य नहीं थे।”
अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कादियान ने कैबिनेट मंत्री राव नरबीर सिंह द्वारा जारी बयान का मुद्दा उठाया जिसमें उन्होंने कहा था कि गुरुग्राम “हरियाणा में भ्रष्टाचार का केंद्र और जननी” है।