चंडीगढ़, 9 अप्रैल
संयुक्त नियामक विद्युत आयोग (जेईआरसी) के एक आदेश के अनुपालन में, यूटी प्रशासन शहर में बिजली आपूर्ति प्रणाली के एकीकृत संचालन को सुनिश्चित करने के लिए एक अलग स्टेट लोड डिस्पैच सेंटर (एसएलडीसी) स्थापित करने पर विचार कर रहा है।
आयोग ने हाल ही में बिजली विभाग को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया था कि चंडीगढ़ प्रशासन की मदद से एसएलडीसी के निर्माण की प्रक्रिया में तेजी लाई जाए।
वित्त वर्ष 2023-24 के लिए आयोग के समक्ष प्रस्तुत टैरिफ ऑर्डर याचिका में, विभाग ने कहा था कि केंद्रीय ऊर्जा मंत्रालय ने 8 अक्टूबर, 2020 के अपने पत्र में सलाह दी थी कि स्टेट ट्रांसमिशन यूटिलिटी और एसएलडीसी का संचालन कंपनी के पास रहेगा। यूटी प्रशासन। विभाग ने कहा, “तदनुसार, संगठनात्मक ढांचे के साथ एसएलडीसी के निर्माण का प्रस्ताव प्रस्तावित किया गया है और यह चंडीगढ़ प्रशासन के विचाराधीन है।”
एसएलडीसी का सृजन मूल रूप से दिनांक 28 मार्च 2018 के टैरिफ आदेश में जारी किया गया था। वर्तमान में विद्युत के निर्धारण का कार्य विद्युत विभाग द्वारा ही किया जा रहा है।
आयोग ने विभाग को एक अलग SLDC बनाने और इसके संचालन के लिए समर्पित कर्मचारियों को तैनात करने का निर्देश दिया था, जो विभाग से स्वतंत्र हों।
एक अधिकारी ने कहा कि एसएलडीसी ग्रिड के संचालन की निगरानी करने के साथ ही बिजली की खपत और उपलब्धता के बारे में हर तरह की जानकारी रखेगा। साथ ही, केंद्र राज्य ग्रिड से प्रेषित बिजली का लेखा-जोखा रखेगा। इसके अलावा, अंतर-राज्यीय प्रसारण पर नियंत्रण और पर्यवेक्षण केंद्र में किया जाएगा।