जालंधर से निर्वाचित कांग्रेस सांसद और पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने बुधवार को जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी हमलों की हालिया घटनाओं के लिए बार-बार की खुफिया विफलता को जिम्मेदार ठहराया।
रियासी, डोडा और कठुआ में हुए सिलसिलेवार आतंकी हमलों पर प्रतिक्रिया देते हुए चन्नी ने कहा, “अभी केंद्र में भाजपा की सरकार है और पहले भी थी। इसकी खुफिया एजेंसियां ऐसे हमलों को क्यों नहीं रोक पातीं? हमलों से पहले ही ऐसे तत्वों की पहचान करके उन्हें क्यों नहीं गिरफ्तार किया जा सकता? ऐसे सभी तत्वों को, चाहे वे पाकिस्तानी हों या कोई और, जिन्होंने हमारे जवानों की हत्या की है, कड़ी सजा मिलनी चाहिए।”
चन्नी पिछले महीने तब विवादों में रहे थे जब उन्होंने पुंछ में भारतीय वायुसेना के काफिले पर हुए हमले के मुद्दे पर भाजपा के खिलाफ बयान दिया था। उन्होंने इसे हमला नहीं बल्कि स्टंटबाजी बताया था। उन्होंने कहा था कि यह स्टंट लोकसभा चुनाव के समय हो रहा है। इसके बाद चुनाव आयोग ने उन्हें ऐसा बयान देने के लिए चेतावनी जारी की थी।
भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री विजय सांपला ने भी चन्नी के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि चन्नी जैसे जिम्मेदार नेता की ओर से भारतीय एजेंसियों और सुरक्षा बलों की क्षमता पर सवालिया निशान खड़ा करना बचकाना है। उन्होंने कहा, ‘ऐसी बातें करने से पहले चन्नी को कांग्रेस के शासन के दिनों को याद करना चाहिए, जब किसी के लिए जम्मू-कश्मीर में स्वतंत्र रूप से जाना संभव नहीं था। बहुत पथराव होता था और एक व्यक्ति को वाहन से बांध दिया जाता था। अगर वह अपने दिमाग पर थोड़ा जोर डालकर उस समय को याद कर सकें, तो उन्हें अपना जवाब खुद मिल जाएगा। चन्नी का भाजपा पर हमला करना ठीक है, क्योंकि वह एक विपक्षी नेता का काम कर रहे हैं, लेकिन आतंकवाद से लड़ने वाली एजेंसियों को दोष देने के बजाय उनका हौसला बनाए रखने की जरूरत है। ऐसी घटनाओं के दौरान धैर्य बनाए रखना चाहिए और सुरक्षा बलों का समर्थन करना चाहिए।’