भारत ने रूस से कहा है कि युद्ध क्षेत्रों में भेजे जा रहे भारतीय युवकों की ‘अवैध भर्ती’ को रोकना होगा।
विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने बुधवार को कहा कि इस मामले पर रूसी सरकार और नेतृत्व के साथ चर्चा की गई है। उन्होंने कहा, “हमने रूस से कहा है कि युद्ध क्षेत्रों में मौजूद भारतीय नागरिकों को वापस भेजा जाना चाहिए।”
यह देखा गया है कि भारतीय युवकों को रूस भेजा गया है और उन्हें भर्ती किया गया है। क्वात्रा ने कहा, “अवैध भर्ती को रोकना होगा। हमने इसे गंभीरता से लिया है।”
रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे संघर्ष में रूसी सेना में भर्ती हुए दो भारतीय नागरिकों की मौत के बाद यह खबर आई है। इनमें से एक पंजाब का रहने वाला है।
मंगलवार रात को विदेश मंत्रालय ने कहा कि इस मामले को नई दिल्ली में रूसी राजदूत और मॉस्को में रूसी अधिकारियों के समक्ष जोरदार तरीके से उठाया गया है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि “उसने रूसी सेना में शामिल सभी भारतीयों की वापसी की मांग की है।”