January 17, 2025
Himachal

सीएम ने एचआईवी से लड़ने के लिए 3-जी फॉर्मूला दिया

CM gives 3-G formula to fight HIV

मुख्यमंत्री सुखविन्द्र सिंह सुक्खू ने आज यहां ‘सही रास्ता अपनाएं’ थीम के तहत आयोजित 37वें विश्व एड्स दिवस कार्यक्रम की अध्यक्षता की तथा एचआईवी की रोकथाम के लिए ‘3-जी फार्मूला’ दिया, जो है ‘जागरूक हो जाएं, जांच करवाएं और एचआईवी पर विजय पाएं’।

कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने एचआईवी जागरूकता और स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए ‘कार बिन’ पहल की शुरुआत की। पहले चरण में 4,000 टैक्सियों को ये बिन निःशुल्क उपलब्ध कराए जाएंगे, तथा चरणबद्ध तरीके से राज्य की सभी 30,000 टैक्सियों को कवर करने की योजना है।

मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि राज्य ने एचआईवी से निपटने और समग्र स्वास्थ्य सेवा में सुधार के लिए पिछले दो वर्षों में महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। उन्होंने कहा कि लक्षित व्यक्तियों को जागरूकता, परीक्षण और दवा तक समान पहुंच प्रदान की जा रही है।

उन्होंने कहा, “8 लाख लोगों को एचआईवी के बारे में जागरूक किया गया और जनवरी 2023 से अक्टूबर 2024 तक रिकॉर्ड 5,92,902 व्यक्तियों की एचआईवी जांच की गई और 234 जांच शिविर आयोजित किए गए। राज्य में वर्तमान में 55 जांच और परामर्श केंद्र हैं, साथ ही दो मोबाइल जांच वाहन भी हैं जो मुफ्त एचआईवी जांच सेवाएं प्रदान करते हैं।”

उन्होंने युवाओं से इस सिद्धांत को अपनाने और एचआईवी के बारे में जागरूकता बढ़ाने में योगदान देने का आग्रह किया। मुख्यमंत्री ने कहा, “युवाओं को एचआईवी के बारे में जागरूक किया जाना चाहिए ताकि वे अपने समुदाय के अन्य लोगों को स्वेच्छा से एचआईवी परीक्षण करवाने के लिए प्रोत्साहित कर सकें।”

मुख्यमंत्री ने यह भी आश्वासन दिया कि एचआईवी पॉजिटिव व्यक्तियों को पता चलने के तुरंत बाद एंटी-रेट्रोवायरल थेरेपी (एआरटी) केंद्रों के माध्यम से मुफ्त उपचार और दवा उपलब्ध कराई जाएगी। उन्होंने कहा, “वर्तमान में, राज्य में लगभग 5,897 व्यक्ति मुफ्त उपचार और दवा की सुविधा का लाभ उठा रहे हैं।”

मादक द्रव्यों के सेवन, सिरिंज के प्रयोग और एचआईवी के प्रसार के बीच संबंधों पर चिंता व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, “युवाओं में नशीली दवाओं के प्रयोग और सिरिंज के माध्यम से मादक द्रव्यों के सेवन के बढ़ते मुद्दे हमें बहुत चिंतित करते हैं, जिससे हमारी आने वाली पीढ़ियों के भविष्य पर गंभीर प्रभाव पड़ता है।”

मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि एचआईवी सिर्फ़ स्वास्थ्य संबंधी चुनौती नहीं है, बल्कि सामाजिक-आर्थिक मुद्दा भी है। उन्होंने भेदभाव को खत्म करने और व्यापक जागरूकता पैदा करने के लिए सभी विभागों, संस्थानों, शैक्षणिक निकायों, प्रतिनिधियों और समुदाय के सदस्यों से एकजुट प्रयास करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा, “हम सब मिलकर एचआईवी को हराएंगे और अपने युवाओं को एचआईवी मुक्त हिमाचल का तोहफा देंगे।”

स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री धनी राम शांडिल ने निरंतर जागरूकता कार्यक्रमों के माध्यम से एचआईवी को समाप्त करने के लिए वर्तमान राज्य सरकार की प्रतिबद्धता की पुष्टि की।

इससे पहले मुख्यमंत्री ने अपने सरकारी आवास ओक ओवर से जागरूकता मैराथन को हरी झंडी दिखाई, जिसका समापन होटल पीटरहॉफ में हुआ। मैराथन के विजेताओं को मुख्यमंत्री ने सम्मानित किया। कार्यक्रम के दौरान एचआईवी जागरूकता को बढ़ावा देने वाला एक सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया गया।

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