मुंबई, 14 जून । महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने वर्सोवा खाड़ी के पास सूर्या प्रोजेक्ट का दौरा किया जहां 17 दिन पहले मिट्टी धंसने से बड़ा हादसा हुआ था। इस हादसे में मिट्टी में दबे राकेश कुमार को ढूंढने के लिए दोबारा सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया।
वसई के वर्सोवा सूर्या प्रोजेक्ट हादसे के मामले में पोकलेन ऑपरेटर राकेश यादव के परिजनों ने सरकार के खिलाफ कड़ी नाराजगी जताई है। राकेश यादव की तलाश पिछले 17 दिनों से चल रही है और हादसा उस वक्त हुआ, जब काम के दौरान सीमेंट का गार्डर गिर गया था।
हादसे के बाद 4 दिनों तक बचाव कार्य रोक दिया गया, लेकिन उनकी पत्नी का आरोप है कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के आने के बाद ही सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया और मशीन दोबारा लाई गई।
मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को वसई के पास वर्सोवा सूर्या प्रोजेक्ट में हुए हादसे का निरीक्षण किया। पिछले 17 दिनों से रेस्क्यू ऑपरेशन अभी भी जारी है। वसई खाड़ी के पास ससूनवघर गांव में सूर्या जल आपूर्ति परियोजना की सुरंग का काम चल रहा है।
29 मई को सीमेंट का गार्डर ढह गया और पोकलेन समेत ऑपरेटर राकेश यादव 50 फीट गहरे गड्ढे में दब गया। वहां की मिट्टी अचानक ढह जाने से यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना घटी। ये रेस्क्यू ऑपरेशन पिछले 17 दिनों से चल रहा है।
–आईएएनएस
एकेएस/एसकेपी
मुंबई, 14 जून। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने वर्सोवा खाड़ी के पास सूर्या प्रोजेक्ट का दौरा किया जहां 17 दिन पहले मिट्टी धंसने से बड़ा हादसा हुआ था। इस हादसे में मिट्टी में दबे राकेश कुमार को ढूंढने के लिए दोबारा सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया।
वसई के वर्सोवा सूर्या प्रोजेक्ट हादसे के मामले में पोकलेन ऑपरेटर राकेश यादव के परिजनों ने सरकार के खिलाफ कड़ी नाराजगी जताई है। राकेश यादव की तलाश पिछले 17 दिनों से चल रही है और हादसा उस वक्त हुआ, जब काम के दौरान सीमेंट का गार्डर गिर गया था।
हादसे के बाद 4 दिनों तक बचाव कार्य रोक दिया गया, लेकिन उनकी पत्नी का आरोप है कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के आने के बाद ही सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया और मशीन दोबारा लाई गई।
मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को वसई के पास वर्सोवा सूर्या प्रोजेक्ट में हुए हादसे का निरीक्षण किया। पिछले 17 दिनों से रेस्क्यू ऑपरेशन अभी भी जारी है। वसई खाड़ी के पास ससूनवघर गांव में सूर्या जल आपूर्ति परियोजना की सुरंग का काम चल रहा है।
29 मई को सीमेंट का गार्डर ढह गया और पोकलेन समेत ऑपरेटर राकेश यादव 50 फीट गहरे गड्ढे में दब गया। वहां की मिट्टी अचानक ढह जाने से यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना घटी। ये रेस्क्यू ऑपरेशन पिछले 17 दिनों से चल रहा है।