मंडी, 10 अगस्त हिमाचल प्रदेश राजकीय महाविद्यालय शिक्षक संघ (एचजीसीटीए) ने अध्ययन अवकाश के दौरान कर्मचारियों को वेतन का केवल 40 प्रतिशत भुगतान करने के राज्य सरकार के नवीनतम निर्णय पर कड़ा असंतोष व्यक्त किया है।
इस कदम की आलोचना करते हुए एचजीसीटीए की राज्य अध्यक्ष बनिता सकलानी ने कहा कि यह मौजूदा नियमों के विपरीत है, जो पहले अध्ययन अवकाश पर गए कर्मचारियों को पूर्ण वेतन भुगतान की गारंटी देते थे।
सकलानी ने कहा कि कॉलेज के शिक्षक अक्सर उच्च शिक्षा और शोध के लिए अध्ययन अवकाश मांगते हैं, जो करियर में उन्नति और बेहतर नौकरी के प्रदर्शन के लिए आवश्यक है। उन्होंने कहा कि वेतन में इस तरह की कटौती शिक्षकों को आगे की शिक्षा लेने से रोक सकती है, जिससे अंततः शिक्षा की गुणवत्ता प्रभावित होगी।
एचजीसीटीए ने सरकार से अध्ययन अवकाश के दौरान पूरा वेतन देने की पिछली नीति पर लौटने का आग्रह किया है। एसोसिएशन कॉलेज शिक्षकों के लिए अध्ययन अवकाश कोटा बढ़ाने और इसकी अवधि बढ़ाने की भी मांग कर रही है।