जालंधर में जब 2017 में कांग्रेस के नेतृत्व वाली नगर निगम बनी थी, तब कांग्रेस के 65 पार्षद थे। 2022 तक पार्टी के लिए सब कुछ ठीक-ठाक था, लेकिन पंजाब में AAP के सत्ता में आने के बाद सब कुछ बदल गया। करीब 55 पार्टी पार्षद कांग्रेस छोड़कर चले गए और पार्टी के पास बमुश्किल 10 पार्षद बचे, जबकि अन्य ने पाला बदल लिया। साथ ही, पिछले साल के उपचुनाव के नतीजों ने भी लगभग यही पुष्टि की थी, जब AAP के सांसद सुशील कुमार रिंकू चुने गए थे। लेकिन चन्नी की लगातार प्रेस/मीडिया से बातचीत और मौजूदगी उनके लिए एक बड़ी ताकत साबित हुई।
जालंधर में कांग्रेस उम्मीदवार और पूर्व सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ने 1.7 लाख से ज़्यादा वोटों से जीत दर्ज की। चन्नी को कुल 3,90,053 वोट मिले।