सहकारिता, जेल, चुनाव, हेरिटेज एवं पर्यटन मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के स्पष्ट निर्देश हैं कि किसानों को किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं आनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अधिकारियों और कर्मचारियों को यह समझना होगा कि देश और प्रदेश की तरक्की सीधे तौर पर किसानों की आर्थिक तरक्की से जुड़ी हुई है।
सोमवार को मुख्य अतिथि के रूप में मंत्री डॉ. शर्मा ने विधायक निखिल मदान, पवन खरखौदा, देवेंद्र कादयान, भाजपा जिला अध्यक्ष जसबीर दोदवा, जिला परिषद चेयरपर्सन मोनिका दहिया के साथ अग्नि में आहुति डालकर तथा पेराई मिल में गन्ना डालकर सोनीपत सहकारी चीनी मिल के पेराई सत्र 2024-25 का शुभारंभ किया।
उद्घाटन सत्र के दौरान किसानों को संबोधित करते हुए मंत्री ने कहा कि सहकारी चीनी मिल और किसानों के बीच घनिष्ठ संबंध हैं। उन्होंने मिल प्रबंधन को किसानों की समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर हल करने के निर्देश दिए तथा कहा कि चीनी मिल का गौरव बढ़ाने के लिए ठोस प्रयास किए जाने की जरूरत है।
मंत्री ने चीनी मिल के प्रबंध निदेशक अभय सिंह को मिल के उन्नयन के लिए प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए तथा कहा कि उन्होंने मिल के उन्नयन के लिए मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से बात की है। उन्होंने प्रबंधन को किसानों को समय पर भुगतान सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए।
मंत्री ने कुरार के सोमवीर, बडोली के सुरेन्द्र और सुभाष नामक किसानों को भी सम्मानित किया।
इसके अलावा पिछले पेराई सत्र में सर्वाधिक गन्ना (26,187 कुंतल) लाने पर किसान महेंद्र सिंह तथा एक केंद्र पर सर्वाधिक गन्ना (10,383 कुंतल) लाने पर यूनुस अली को सम्मानित किया गया। लैब केमिस्ट राजीव तोमर को भी सम्मानित किया गया।
प्रबंध निदेशक ने बताया कि मिल की शुरुआत 1876-77 में हुई थी और इसकी क्षमता 22,000 क्विंटल गन्ना प्रतिदिन पेराई की है। 2024-25 के लिए 32 लाख क्विंटल गन्ना पेराई का लक्ष्य रखा गया है।
एमडी ने बताया कि चीनी मिल ने अब तक कुल 28.3 लाख क्विंटल गन्ने की पेराई की है और 10.38 प्रतिशत चीनी रिकवरी के साथ 2023-24 में 2,87,852 क्विंटल चीनी तैयार की है और चीनी रिकवरी के मामले में यह मिल प्रदेश में पहले स्थान पर है। उन्होंने बताया कि सरकार ने इस साल गन्ने का भाव 400 रुपये प्रति क्विंटल तय किया है।