लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सोमवार को संसद के मानसून सत्र के दौरान पहलगाम आतंकी हमले में जान गंवाने वाले लोगों के प्रति शोक प्रकट किया और आतंकवाद के खिलाफ केंद्र सरकार की प्रतिबद्धता भी दोहराई।
उन्होंने पहलगाम आतंकी हमले का जिक्र करते हुए कहा कि 22 अप्रैल को कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादी हमले में 26 निर्दोष व्यक्तियों की नृशंस हत्या कर दी थी। आतंकवाद की इस घटना ने देश ही नहीं, बल्कि संपूर्ण विश्व की चेतना को आघात पहुंचाया था। यह सभी उन सभी मृतकों के प्रति गहरा शोक व्यक्त करती है।
उन्होंने आगे कहा कि आतंकवाद को लेकर हमारी सरकार हमेशा से जीरो टॉलरेंस के तहत काम करती रही है और आगे भी करती रहेगी। देश में आतंकी घटनाओं को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
इससे पहले, संसद का मानसून सत्र शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मीडिया को संबोधित करने के क्रम में पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में भारतीय सेना की ओर से शुरू किए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का जिक्र किया था।
प्रधानमंत्री ने ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र करते हुए कहा था कि भारतीय सेना ने आतंकियों के ठिकानों को 22 मिनट के भीतर नष्ट कर अपनी सैन्य क्षमता का परिचय दिया। यह ऑपरेशन पूरी तरह से स्वदेशी सैन्य उपकरणों के साथ किया गया, जिसने विश्व का ध्यान आकर्षित किया। यह सत्र सैन्य शक्ति के इस विजय उत्सव को समर्पित है, जो देशवासियों और सशस्त्र बलों को प्रेरित करेगा।
बता दें कि 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम के बाइसारन घाटी में आतंकियों ने पर्यटकों पर हमला किया था, जिसमें 26 निर्दोष लोग मारे गए थे। इस घटना के बाद लोगों में आतंकियों के खिलाफ देशव्यापी आक्रोश देखने को मिला था।
इसके जवाब में भारतीय सेना ने 7 मई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया था, जिसमें पाकिस्तान और पाक-अधिकृत कश्मीर में 9 आतंकी ठिकानों को नष्ट किया गया था। यह ऑपरेशन लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकी संगठनों के खिलाफ था। भारत ने सटीक हमले किए, जिसमें 70 आतंकी मारे गए थे।