सीपीएम ने हाल ही में बस किराए में की गई बढ़ोतरी को वापस लेने की मांग को लेकर आज शिमला में हिमाचल पथ परिवहन निगम मुख्यालय पर विरोध प्रदर्शन किया। पार्टी ने एचआरटीसी के प्रबंध निदेशक के माध्यम से उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री को ज्ञापन सौंपा।
सीपीआईएम ने कई प्रमुख मांगें उठाईं, जिनमें बस किराए में 15 प्रतिशत की वृद्धि को तत्काल वापस लेना और न्यूनतम बस किराया कम करना शामिल है। पार्टी ने यह भी मांग की है कि स्कूल बस किराए में की गई भारी वृद्धि को वापस लिया जाए और एचआरटीसी मार्गों का निजीकरण रोका जाए।
सीपीएम ने इस बात पर जोर दिया कि बस किराए में बढ़ोतरी से आम जनता, खासकर गरीब और मध्यम वर्ग पर आर्थिक बोझ बढ़ेगा, जो परिवहन के लिए बसों पर बहुत अधिक निर्भर हैं। प्रदर्शनकारियों ने बताया कि राज्य में पहले से ही देश में सबसे अधिक बस किराया है और इसमें और बढ़ोतरी से समस्या और बढ़ जाएगी।
सीपीएम ने चेतावनी दी है कि अगर मांगें नहीं मानी गईं तो वह जनता को लामबंद कर व्यापक आंदोलन शुरू करेगी। पार्टी ने सरकार से किराया वृद्धि पर पुनर्विचार करने और लोगों को राहत देने की अपील की है। प्रदर्शन में राज्य सचिव संजय चौहान, राज्य समिति सदस्य जगत राम और जिला समिति सदस्य बालक राम, राम सिंह और अनिल ठाकुर समेत कई सीपीएम नेता शामिल हुए।