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क्राइम ब्रांच ने सुलझा दी गीता कॉलोनी डबल मर्डर केस की गुत्थी

Crime branch solved the mystery of Geeta Colony double murder case.

नई दिल्ली, 17 सितंबर । दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने गीता कॉलोनी में हुए डबल मर्डर केस की गुत्थी सुलझा ली है। पुलिस ने इस दोहरे हत्याकांड में एक नाबालिग को हिरासत में लिया है। डीसीपी राकेश पावरिया ने बताया कि 14 सितंबर 2024 को शाम 6:41 मिनट पर पुलिस थाना गीता कॉलोनी को सूचना मिली कि रानी गार्डन में दो भाईयों को गोली मार दी गई है। दोनों मृतक की पहचान इरशाद और शाहिद के तौर पर हुई है। पुलिस ने मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी।

क्राइम ब्रांच के अनुसार, दोनों मृतक सगे भाई थे। मृतक इरशाद उर्फ ​​बॉबी शादीशुदा था। उसका रानी गार्डन में अपना मकान था, जहां वे रहते थे। वे बरेली यूपी के रहने वाले थे। परिवार में वे दो भाई और तीन बहन थे। मृतक युवकों की मां का देहांत पहले ही हो चुका है और उनके पिता अपनी दूसरी पत्नी के साथ अलग रह रहे हैं।

पुलिस ने बताया कि दोनों आपराधिक घटनाओं में भी शामिल रहे हैं, इरशाद उर्फ ​​बॉबी पर डकैती के दो आपराधिक मामले दर्ज हैं और शाहिद उर्फ ​​आशु हत्या के प्रयास के एक मामले में संलिप्त था।

पुलिस ने दोहरे हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने के लिए टीमों का गठन किया। टीम ने इलाके के सीसीटीवी फुटेज की जांच की और स्थानीय इनपुट भी जुटाए। अथक प्रयासों के परिणाम सामने आए और शूटर की पहचान एक किशोर के तौर पर हुई।

घटना के बाद से वह फरार था। किशोर को निजामुद्दीन बस्ती से पकड़ा गया। जेडब्ल्यूओ की मौजूदगी में उससे लंबी पूछताछ की गई। पूछताछ में उसने बताया है कि उन्होंने लगभग 4-5 साल पहले मृतक के पिता असफाक से रानी गार्डन के घर की ग्राउंड और पहली मंजिल किराए पर ली थी और उस समय उन्होंने सिक्योरिटी 4 लाख रुपए दिए थे। यह किराए का घर उसी गली में मृतकों के घर के ठीक सामने था।

इस संबंध में उनके पास लिखित दस्तावेज है तथा यह तय हुआ था कि 4 लाख रुपए चुकाने तक वे बिना किसी किराये के वहां रह सकते हैं। लेकिन उसके तुरन्त बाद असफाक ने अपनी दूसरी पत्नी से विवाह कर लिया तथा वहां से कहीं अज्ञात स्थान पर चला गया। उसके बाद मृतक भाईयों ने उसपर किराये का मकान खाली करने का दबाव बनाना शुरू कर दिया। 14 सितंबर को किशोर अपने घर पर था तथा मृतक इरशाद ने उसे बिना किसी कारण के गाली देना शुरू कर दिया।

वह पहले से ही उनसे नाराज था तथा इरशाद द्वारा गाली देने के कारण किशोर काफी गुस्से में आ गया तथा उसने अपने घर में पहले से रखी पिस्तौल लाकर इरशाद के सिर पर गोली मार दी तथा इरशाद के घर को बाहर से बंद कर दिया। उसके बाद उसने शाहिद को उसकी दुकान पर देखा तथा उसने शाहिद के सिर पर भी गोली मार दी। इसके बाद वह मौके से फरार हो गया।

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