मोगा, 8 जून, 2025: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नशा मुक्त पंजाब के मिशन को समर्थन देने के लिए डिप्टी कमिश्नर सागर सेतिया ने आज जनेर में सरकारी नशा मुक्ति केंद्र और रेड क्रॉस नशा मुक्ति एवं पुनर्वास केंद्र का औचक दौरा किया। अपने दौरे के दौरान उन्होंने इलाज के लिए भर्ती मरीजों का हालचाल जाना और सेवाओं में और सुधार के लिए उनके सुझाव सुने।
डीसी ने मरीजों को भरोसा दिलाया कि जिला प्रशासन उनकी रिकवरी यात्रा में सहायता के लिए दवाइयों और टेस्ट किट सहित सभी आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा, “पंजाब सरकार और मोगा जिला प्रशासन नशे की लत से जूझ रहे लोगों के साथ मजबूती से खड़ा है। हम सुनिश्चित करेंगे कि यहां रहने के दौरान किसी भी मरीज को कोई परेशानी न हो।”
डीसी सेतिया ने मरीजों की नशे की गिरफ्त से बाहर निकलने और जिम्मेदार नागरिक बनने के दृढ़ संकल्प की सराहना की। नशे के सेवन के विनाशकारी प्रभावों पर जोर देते हुए उन्होंने उन्हें याद दिलाया कि कैसे नशा न केवल स्वास्थ्य को बर्बाद करता है बल्कि समाज में व्यक्तियों की गरिमा और सम्मान को भी छीन लेता है। उन्होंने कहा, “मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में राज्य सरकार ने नशे के खिलाफ जंग का ऐलान किया है। हम प्रभावित युवाओं के पुनर्वास के लिए प्रतिबद्ध हैं ताकि वे एक बार फिर स्वस्थ और संतुष्ट जीवन जी सकें।”
उन्होंने ठीक हो रहे मरीजों से हमेशा नशे से दूर रहने का दृढ़ संकल्प लेने का आग्रह किया और उन्हें इस लड़ाई में अधिकतम सरकारी सहायता का आश्वासन दिया। नशे की लत से उबरने वालों को मुख्यधारा में शामिल करने के लिए सरकार के प्रयासों पर प्रकाश डालते हुए सेतिया ने कहा कि नशा मुक्ति केंद्रों पर व्यावसायिक प्रशिक्षण पाठ्यक्रम प्रदान किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा, “यह प्रशिक्षण मरीजों को अपना व्यवसाय शुरू करने और अपने परिवारों के जीवन स्तर को बेहतर बनाने में मदद करेगा।”
डीसी ने सरकारी नशामुक्ति केंद्र में चल रहे नवीनीकरण कार्य की भी समीक्षा की तथा संबंधित अधिकारियों को इसे अविलंब पूरा करने के निर्देश दिए, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि ये केंद्र रोगियों को नशामुक्त, उत्पादक नागरिक के रूप में समाज में पुनः एकीकृत करने में मदद करने के लिए अच्छी तरह से सुसज्जित हों।