January 15, 2025
National

दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 : महरौली सीट का क्या कहता है इतिहास? त्रिकोणीय मुकाबले ने बढ़ाया रोमांच

Delhi Assembly Elections 2025: What does the history of Mehrauli seat say? Triangular competition increased the excitement

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में 5 फरवरी को विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होना है। 70 सदस्यीय विधानसभा वाली दिल्ली में इस बार लड़ाई रोमांचक हो गई है। हाईप्रोफाइल सीटों में गिनी जानी वाली इनमें महरौली से इस बार आप पर हैट्रिक का दबाव होगा।

दरअसल, महरौली सीट दक्षिण दिल्ली लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र का हिस्सा है। यह इलाका साइबर सिटी गुरुग्राम और वसंत कुंज के पास पड़ता है। इसके अलावा यहां लाडोसराय, कुसुमपुर पहाड़ी, साकेत और जेएनयू भी आता है। यहां आवासीय कॉलोनियों के साथ-साथ झुग्गी-झोपड़ियां भी मौजूद हैं।

यह जगह ऐतिहासिक नजरिए से भी काफी महत्वपूर्ण है। महरौली गुलाम वंश की राजधानी रही है। यहां कुतुबुद्दीन ऐबक द्वारा बनवाई गई कुतुब मीनार मौजूद है, जो यूनेस्को विश्व धरोहर की सूची में शामिल है। इसके अलावा 13वीं शताब्दी के सूफी संत ख्वाजा कुतुबुद्दीन बख्तियार काकी की दरगाह भी यहीं मौजूद है। साथ ही अहिंसा स्थल भी मौजूद है, जो एक जैन मंदिर है।

साल 1993 से 2020 तक हुए विधानसभा चुनाव के दौरान यहां कांग्रेस, बीजेपी और आप तीनों दलों के विधायक जीतते आए हैं। बीजेपी ने 1993, 1998 और 2013 में जीत दर्ज की। वहीं, कांग्रेस ने 2003 और 2008 में जीत हासिल की। साल 2015 और 2020 में लगातार दो बार यह सीट आप के पास रही है।

महरौली से आम आदमी पार्टी के मौजूदा विधायक नरेश यादव हैं, जिन्हें पार्टी ने 2025 विधानसभा चुनाव में फिर टिकट दिया था, हालांकि, बाद में उन्होंने चुनाव लड़ने से मना कर दिया। वह कुरान की बेअदबी से संबंधित एक मामले के चलते विवादों में रहे थे।

इसके बाद पार्टी ने महेंद्र चौधरी को मैदान में उतारा। महेंद्र चौधरी की पत्नी महरौली से पार्षद हैं। वहीं, भाजपा ने गजेंद्र यादव को टिकट दिया है, जबकि कांग्रेस ने पुष्पा सिंह पर दांव चला है। वर्तमान विधायक नरेश यादव के हटने के बाद यहां मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है।

साल 2020 के विधानसभा चुनाव की बात करें तो इस सीट पर आप के नरेश यादव ने बाजी मारी थी। नरेश यादव को 62,417 वोट मिले और उनका वोट शेयर 54.27 फीसद था। वहीं, भाजपा की कुसुम खत्री 44,256 वोट के साथ दूसरे स्थान पर रही थीं। उन्हें 38.48 फीसद वोट मिले थे, जबकि कांग्रेस के महेंदर चौधरी को 6.04 फीसद वोट शेयर के साथ 6,952 मत मिले थे।

महरौली सीट की जातिगत आंकड़ों पर नजर डालें तो यहां जाट और मुस्लिम मतदाता अहम भूमिका में हैं। यहां जाट वोटर 16 फीसद, मुस्लिम 6.9 फीसद, ईसाई 1.7 फीसद और जैन 0.6 फीसद है।

महरौली विधानसभा में कुल मतदाता 2,16, 404 हैं। यहां पुरुष मतदाता 1,18,855, महिला मतदाता 97,536 और 13 थर्ड जेंडर वोटर हैं।

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