पटना, 17 नवंबर । बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा विशेष राज्य का दर्जा की मांग पर पलटवार करते हुए कहा है कि जनादेश का अपहरण करने वाले को पहले राज्य में विधानसभा भंग कर नया जनादेश लेना चाहिए और उसके बाद ही विशेष राज्य के दर्जा की मांग करनी चाहिए।
विजय सिन्हा ने कहा कि मुख्यमंत्री के लिए विशेष राज्य का दर्जा अब एक जुमला बन गया है। ये विशेष राज्य का दर्जा मांगते हैं, लेकिन इनका असली निशाना सत्ता में काबिज रहना है। बिहार में आजादी के पहले और बाद में डॉ. श्रीकृष्ण सिंह के मुख्यमंत्रित्व काल में विशेष राज्य का दर्जा मिला हुआ था। उस कालखंड से राज्य में अब संरचनात्मक विकास हुआ, लेकिन आज स्थिति उलट है।
उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के कारण राज्य का अपना खजाना खाली हो गया है। जनता की गाढ़ी कमाई को ये लुटा रहे हैं। सभी योजनाओं में बढ़ाचढ़ा कर प्राक्कलन बनाकर राशि निकासी कर सत्ताधारी नेता और अधिकारी लाभान्वित हो रहे हैं।
सिन्हा ने कहा कि महागठबंधन सरकार के नाम पर बीमारू बिहार ही उपलब्धि है। 1990 के दशक का जंगलराज फिर सिर चढ़ कर बोल रहा है। राज्य सरकार अपने संसाधन को लूट के लिए खुला छोड़ दिया है। सभी विभागों में कमीशन का राज कायम कर दिया गया है। अब इससे पेट नहीं भर रहा है तो ये विशेष राज्य के जरिए और धन लूटने की योजना बना रहे हैं। राज्य के खजाना लूटने बालों के केंद्र के खजाने को लूटने का सपना राज्य की जनता साकार नहीं होने देगी।
सिन्हा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को आराम करने की सलाह दी है और कहा है कि उन्हें अपने स्वास्थ्य की चिन्ता करनी चाहिए।