तमिलनाडु विधानसभा चुनाव में अब एक साल से भी कम समय बचा है। ऐसे में सत्तारूढ़ द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) ने चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है। इसी कड़ी में प्रदेश के मुख्यमंत्री और डीएमके अध्यक्ष एमके स्टालिन गुरुवार को पार्टी के जिला सचिवों की एक अहम बैठक की अध्यक्षता करेंगे, जिसमें चुनावी रणनीति पर चर्चा होगी।
यह बैठक वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए आयोजित की जाएगी। डीएमके महासचिव दुरई मुरुगन की ओर से जारी एक बयान के अनुसार, यह बैठक ‘ओरानियिल तमिलनाडु – सदस्यता नामांकन अभियान’ के बैनर तले पार्टी के चल रहे सदस्यता अभियान की समीक्षा और उसे तेज करने पर केंद्रित होगी।
दुरई मुरुगन ने सभी जिला सचिवों से बैठक में अनिवार्य रूप से उपस्थित रहने का आग्रह करते हुए कहा कि उनका मुख्य एजेंडा सदस्यता नामांकन पहल की प्रगति का आकलन करना होगा।
यह अभियान डीएमके की जमीनी स्तर पर मौजूदगी को मजबूत करने के लिए है, जिसमें हर बूथ पर नए सदस्यों को जोड़ा जाएगा और आगामी चुनावों के लिए पार्टी की मशीनरी को तैयार किया जाएगा।
इस साल की शुरुआत में शुरू किया गया सदस्यता अभियान पार्टी की व्यापक चुनावी रणनीति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
पार्टी सूत्रों के अनुसार, मुख्यमंत्री स्टालिन ने स्थानीय नेताओं को निर्देश दिया है कि वे हर बूथ में कम से कम 30 प्रतिशत मतदाताओं को डीएमके का सदस्य बनाएं। इसके साथ ही प्रगति की निगरानी के लिए दैनिक रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए।
इस बैठक को आने वाले महीनों में होने वाली कई महत्वपूर्ण उच्च-स्तरीय चर्चाओं का शुरुआती कदम माना जा रहा है।
2026 की पहली छमाही में होने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए, डीएमके अपनी स्थिति को मजबूत करने और अपने कार्यकर्ताओं में जोश भरने का काम कर रही है। क्योंकि यह चुनाव बहुत कड़ा होने की उम्मीद है।
आने वाले हफ्तों में पार्टी और ज्यादा डिजिटल तरीके से लोगों से जुड़ने और जिला स्तर पर काम करने की नई योजनाएं बता सकती है। यह बैठक मुख्यमंत्री एमके स्टालिन की अगुवाई में हुई, जिससे पार्टी अब संगठन और योजना बनाने के अगले बड़े चरण में जा रही है।